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    • जिले में कही राहत, कही आफत

    अमरावती. आंखमिचौली खेल रहा मानसून शनिवार शाम व रविवार प्रात: मेहरबान हुआ, लेकिन मूसलाधार बारिश ने जिले में खरीफ फसलों को संजीवनी से कही राहत तो उफान के कारण कही आफत बरसाई है. ग्रामीण क्षेत्रों में लगातार 2 घंटे मूसलाधार ने नदी-नालों में उफान ला दिया. ओवर फ्लो के कारण नदी-नालों किनारे बसे गांवों के आस-पास सैकड़ों एकड़ में खेत व परिसर जलमय हो गए. नालों का पानी घरों में घुसने से ग्रामीणों को सड़क पर आने की नौबत दर्यापुर के थिलोरी में दर्ज की गई है. इसी तरह दर्यापुर में चंद्रभागा नदी में बाढ़ आ गई है. 

    दर्यापुर, भातकुली में अतिवृष्टि

    जिले में औसत बारिश 35.1 मिमी दर्ज की गई. जिले के शहर समेत विभिन्न तहसीलों में हुई इस बारिश का सर्वाधिक असर दर्यापुर और भातकुली तहसील में रहा. दोनों तहसीलों में अतिवृष्टि दर्ज की गई. दर्यापुर में 71.1 मिलीमीटर तथा भातकुली 66.8 मिमी बारिश हुई. इसके अलावा नांदगांव खंडेश्वर, अंजनगांव सुर्जी, अचलपुर, धामणगांव रेलवे समेत लगभग सभी तहसीलों में बारिश हुई.

    कसबेगव्हाण, कापुसतलनी में क्षति 

    अंजनगांव तहसील समेत अचलपुर तहसील में बादल फटने से सैकड़ों एकड़ खेत पानी में डूब गए. जिससे फिर एक बार किसान आसमानी संकट से घिरे गए है. कसबेगव्हाण में 30 किसानों की लगभग 60 से 70 एकड़ क्षेत्र में बुआई के बाद फूटे अंकुर बह गए. शासन-प्रशासन से नुकसान का पंचनामा कर तत्काल रिपोर्ट भेजने की मांग कसबेगव्हाण ग्रापं के सरपंच शशीकांत मंगले ने अंजनगांव के तहसीलदार से की है. तहसीलदार ने तत्काल पंचनामा करने के आदेश पटवारियों को दिए है. समाचार लिखे जाने तक राजस्व व कृषि विभाग का कोई भी अधिकारी क्षतिग्रस्त क्षेत्रों में नजर नहीं आया. 

    खरीफ फसल का नुकसान

    मूसलाधार के कारण गांव से सटे कसारा नाले का पानी खेतों में घुसने से खरीफ की फसल चौपट हो गई. बुआई के बाद जैसे-तैसे फूटे अंकुर बहाव की भेंट चढ़ गए. जिसके कारण कसारा नाले से सटे किसानों पर आर्थिक संकट टूट पड़ा है. 

    फसलों को संजीवनी

    दूसरी ओर जमकर हुई बारिश के कारण भातकुली तहसील के कुछ क्षेत्रों में अतिवृष्टि दर्ज की गई है. वाठोडा शुकलेश्वर, निरुल गंगामाई, सोनारखेडडा, ढंगारखेड़ा, आसरा, बोरखड़ी, म्हैसपुर, मधलापुर, खोलापुर परिसर में दमदार बारिश से खरीफ की फसलों को संजीवनी मिली है. 

    चंद्रभागा नदी को बाढ़

    दर्यापुर में मूसलाधार से चंद्रभागा नदी में बाढ़ आ गई. बाभली से बनोसा को जोड़ने वाला नया पुल भी जलमय हो गया. प्रात: 4 से 6 बजे तक झमाझम बारिश ने कईयों के घरों में पानी-पानी कर दिया. रोड व नालियां नहीं रहने वाले क्षेत्रों में जल जमाव की शिकायतें सर्वाधिक रहीं. जिसमें पुनर्वास क्षेत्रों का सर्वाधिक समावेश है. विधायक बलवंत वानखड़े व तहसीलदार डा. योगेश देशमुख ने पुनर्वास क्षेत्रों को भेंट देकर निरीक्षण करने की मांग क्षेत्रवासी कर रहे है.   

    आष्टी में जल जमाव, टाकरखेड़ा जेडपी शाला में तालाब 

    शनिवार शाम व रविवार सुबह बिजली की कड़कड़ाहट के साथ मूसलाधार बारिश ने झकझोर कर रख दिया. खेतों में जल जमाव हो गया है. आष्टी में नाले का पानी गांव में घुसने से ग्रामवासियों को भागदौड़ करनी पड़ी. टाकरखेड़ा शंभू में जिला परिषद शाला परिसर में तालाब बन गया. 70 प्रतिशत बुआई निपट जाने के बाद बेसब्री से बारिश की प्रतीक्षा की जा रही थी. 15 दिनों के बाद बारिश ने दस्तक दी, लेकिन मूसलाधार होने से असका जनजीवन पर असर पड़ा. बिजली आपूर्ति ठप पड़ गई. साथ ही गजान महाराज मंदिर परिसर व शांति नगर परिसर जलमय हो गया.

    पंचनामा के आदेश

    पालकमंत्री एड.यशोमति ठाकुर ने बारिश से हुए नुकसान के तत्काल पंचनामा कराने के आदेश राजस्व विभाग को दिए. ताकि किसानों को नुकसान का मुआवजा मिलने में कोई परेशानी ना हो.

    जिले में बिते चौबिस घंटे में तहसीलनिहाय दर्ज बारिश (मिमी में)

    अमरावती 27.6

    धारणी 2.3

    चिखलदरा 20.6

    भातकुली 66.8

    नांदगांव खंडेश्वर 45

    चांदूर रेलवे 20.6

    तिवसा 21.1

    मोर्शी 18.1

    वरुड 41.0

    दर्यापुर 71.1

    अंजनगांव सुर्जी 48.1

    अचलपुर 33.7

    चांदूर बाजार 22.0

    धामणगांव रेलवे 32.2

    औसत 35.1