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भंडारा. मौसम की मार से किसान हलाकान है. किसानों को फिर एक बार आफत का सामना करना पड़ रहा है. ठंड का मौसम होने के बावजूद ठंड नदारद है. उमस व गर्मी ने बुरा हाल कर रखा है. बदलते मौसम की वजह से रोग व कीटों ने फसलों पर हमला किया है. रोगों से निजात पाने फसल पर महंगी दवाइयां छिड़की थी. इसी बीच गुरुवार को जिले में कुछ स्थानों पर बारिश ने दस्तक दी. काटकर रखी गई फसल को बारिश ने भीगा दिया. इससे इसे नुकसान होने की संभावना है.

उत्पादन पर पड़ेगा असर : एकापुरे

गणेशपुर शेतकरी सहकारी संस्था के संस्थापक व प्रगतिशील किसान संजय एकापुरे ने बताया कि समस्याओं की श्रृंखला खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. धान के उत्पादन क्षमता आधी रह गई हैं. मजदूर नहीं मिल रहे हैं. किसानों की समस्या में इज़ाफा हुआ है. अभी भी धान कटाई बाकी है या फिर धान कटाई कर खेत में ही रखा हुआ है.

खरीदी केंद्र के अलावा विकल्प नहीं

बारिश की मार से धान की मिठास व रंग एवं गुणवत्ता प्रभावित हो रही है. खुले बाजार में ख़रीददार मिलना मुश्किल होगा. संक्षेप में किसान के पास में खरीदी केंद्र के विकल्प नहीं रहा है. धान खरीदी के लिए पर्याप्त केंद्र नहीं है. 

एकत्रित किया जा रहा नुकसान का डाटा

जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी अभिषेक नामदास ने बताया कि बारिश ने पूरे जिले में हाजिरी लगायी है. नुकसान के आंकड़े की बात है, देर शाम तक तहसील कृषि अधिकारी के साथ डाटा भंडारा पहुंचकर शनिवार सुबह में जिले का एकत्रित डाटा प्राप्त हो सकेगा.

साकोली में भी बरसे

साकोली में आज सुबह से ही आसमान में बादल छाये थे. सुबह करीब 7 बजे हल्की बूंदाबांदी हुई. दिन भर बादल छाए थे. जिससे बारिश आने के आसार साफ दिख रहे थे. जिन किसानों की धान कटाई होने के बाद धान खेतों में रखा हुआ था. जिनके पास सुविधा उपलब्ध थी. ऐसे किसानों ने अपना धान घर में ला लिया था. लेकिन जो किसान धान घर को नहीं ला पाए व सुविधा उपलब्ध नहीं होने के कारण ऐसे किसानों का जरूर नुकसान होगा. जानकारी अनुसार एक किसान ने धान केंद्र पर रखा था. चूंकि खरीदी केंद्र की ओर से तिरपाल से ढकने के कारण उस किसान का नुकसान नहीं हुआ. इस बारिश से तुअर की फसल जरूर प्रभावित होगी. तुअर का फुल गिरने से तुअर की फसल पर असर होगा. 

मोहाड़ी में झमाझम

मोहाड़ी में शुक्रवार को 3.50 बजे झमाझम बारिश ने दस्तक दी. जिससे कुछ समय के लिए व्यवसाय ठप पड़ा था. बेमौसम बारिश के कारण धान उत्पादक, मिर्ची व्यापारी, किसानों का बड़ा नुकसान होने से किसान चिंता में दिखायी दे रहे थे. जिले के भंडारा, तुमसर, मोहाड़ी, साकोली, लाखनी, पवनी व लाखांदूर में बारिश ने दस्तक दी. 

किसानों के मुंह का छीना निवाला

तुमसर. तहसील मे शुक्रवार को बेमौसम बारिश होने से किसानों को भारी नुकसान हुआ है. किसानों के मुंह का निवाला छीना गया है. आधारभूत धान खरकीदी केंद्रों पर पर्याप्त व्यवस्था नहीं होने के कारण किसानों के धान गीले हुए हैं. अब केंद्र संचालको द्वारा गीले धान के नाम पर किसानों की लूट की जाएगी. वैसे ही बाजार समिती में भी खुले में रखा धान गीला होने से किसानों के साथ ही व्यापारियों को भी नुकसान हुआ है. किसानों के साथ खिलवाड़ नहीं करते हुए बेमौसम बारिश से तबाह हुए किसानों को तत्काल मुआवजा देने की मांग की जा रही है.