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तुमसर (सं). महाराष्ट्र मप्र के भंडारा, नागपुर एवं बालाघाट जिले की 10 मायल कंपनी के हजारों कामगारों ने अपनी आधिकारिक मांग को लेकर गुरुवार से एक साथ कामबंद आंदोलन आरंभ कर दिया है. परिणामस्वरूप उत्पादन कार्य ठप पड़ गया है.

है केंद्र के अधीनस्थ
केंद्र सरकार के अधीनस्थ आने वाले मायल प्रशासन द्वारा कामगारों के वेतन बढ़ोतरी करने के संदर्भ में वर्ष 2017 से किसी तरह की कार्यवाही नहीं किये जाने से कामगारों में रोष है. इस संदर्भ में पंजीबद्ध कामगार संघटन के नेता रामावतार देवांगन द्वारा मायल प्रशासन से कामगारों के वेतन वृद्धि सबंधी चर्चा करने पर वर्ष 2020 वेतन बढ़ाने का आश्वासन दिया था, लेकिन 3 वर्ष का एरियस देने के बारे में आनाकानी की जा रही है.

बना हुआ है असंतोष
इससे कामगारों में असंतोष का वातावरण बना हुआ था. गुरुवार से कामबंद आंदोलन शुरू किया गया है. महाराष्ट्र के भंडारा जिले की तुमसर तहसील में चिखला एवं डोंगरी बु., नागपुर जिले में मनसर, कांद्री, बेलडोंगरी, गुमगांव एवं मप्र के बालाघाट जिले में तिरोड़ी, सितापठौर, बालाघाट एवं उकवा में कार्यरत हजारों कामगारों द्वारा मायल प्रशासन के खिलाफ आवाज बुलंद की गई है.

मायल पंजीबद्ध कामगार संघटन के महामंत्री रामावतार देवांगन, मुंकुन्दा जामभुलकर, एल के ड्रेलन, अफकाज कुरेशी, सुरेश वहिले, दिलीप नागोसे, विजय गिल शिवकुमार देबुराव, सुधीर मते, राजेन्द्र देशमुख, जानू बुधराम, दामसिंह नेताम, सुदाम धवड़े ने कहा कि कामगारों को उनका अधिकार दिलाने के लिए प्रयास किया जा रहा है.