आज है राष्ट्रिय दुग्ध दिवस, मिल्कमैन ने बनाया भारत को सबसे बड़ा दूध उत्पादक

Loading

आज यानी 26 नवंबर को पूरे भारत में “नेशनल मिल्क डे” मनाया जाता है। दूध हमारी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है। वहीं अगर दूध की ज़रूरत और इसके महत्त्व को याद किया जाता है तो सबसे पहले नाम वर्गीज कुरियन का ही याद आता है। देश में श्वेत क्रांति लाने वाले ‘फादर ऑफ द व्हाइट रेवेल्यूशन’ कुरियन के आइडिया ‘ऑपरेशन फ्लड’ ने भारत की मिल्क इंड्स्ट्री को हमेशा के लिए बदल दिया था।

कुरियन ने 30 सालों में दूध की कमी से जूझ रहे भारत को विश्व का सबसे बड़ा दूध उत्पादक बना दिया था। उनके इस योगदान के लिए उन्हें पूरे भारत में सम्मान की नज़र से देखा जाता है। वहीं उन्हें रैमन मैगसेसे, पद्म विभूषण और वर्ल्ड फूड प्राइज जैसे अवॉर्ड से सम्मानित भी किया जा चूका है। उनके जन्मदिवस, 26 नवंबर को उनके सम्मान में “राष्ट्रीय दुग्ध दिवस” मनाया जाता है।

कुरियन के जन्मदिन पर मनाया जाता है नेशनल मिल्क डे-
वर्गीज कुरियन का जन्म 21 नवंबर, 1921 को केरल के कोझिकोड में एक सीरियाई ईसाई परिवार में हुआ था। कुरियन ‘मिल्कमैन’ के नाम से आज पूरे भारत में प्रसिद्ध है। वह एक मैकेनिकल इंजीनियरिंग थे। उन्हें डेयरी में पढ़ाई के लिए भारत सरकार से स्कॉलरशिप मिली और इसी के बाद डेयरी की दुनिया में कदम रखा। जिसके बाद वर्ष 1949 में सरकार ने उन्हें आनंद में एक डेयरी में काम करने के लिए भेजा। 

‘मिल्कमैन ऑफ इंडिया’ और अमूल के संस्थापक हैं कुरियन-
कुरियन ने त्रिभुवनदास पटेल के साथ मिलकर कैरा डिस्ट्रिक्ट कॉपरेटिव मिल्क प्रोड्यूसर्स यूनियन (जिसे आज अमूल के तौर पर जाना जाता है) के तहत मिल्क कॉपरेटिव मूवमेंट की शुरुआत की। उन्होंने 1970 में ‘ऑपरेशन फ्लड’ शुरू किया, जिसने भारत के दूध उद्योग को हमेशा के लिए बदल दिया।

भारत को बनाया सबसे बड़ा दूध उत्पादक-
कुरियन की मेहनत से आज भारत सबसे बड़ा दूध उत्पादक बना है। ऑपरेशन फ्लड से करीब 700 शहर जुड़े। इस ऑपरेशन ने श्वेत क्रांति को जन्म दिया और भारत दुनिया का सबसे बड़ा दूध उत्पादत बन गया। अमूल भारत की सबसे बड़ी डेयरी कंपनी बनकर सामने आई।