Real Estat

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    मुंबई. पिछले साल सितंबर में महाराष्ट्र सरकार द्वारा स्टैम्प ड्यूटी (Stamp Duty) छूट और अर्थव्यवस्था (Economy) में आए सुधार से मुंबई के रियल एस्टेट सेक्टर (Real Estate Sector) ने मार्च 2021 तक जो रफ्तार दिखाई थी, वह चाइनीज वायरस कोरोना की दूसरी लहर और लॉकडाउन-2 के कारण मंद पड़ गयी है। अप्रैल के बाद मई में भी मुंबई का प्रॉपर्टी मार्केट ठंडा रहा तथा प्रॉपर्टी की बिक्री और पंजीकरण (Registrations) में भारी गिरावट आई है। 

    मई 2021 में सिर्फ 5,360 प्रॉपर्टी का पंजीकरण हुआ, जो अप्रैल 2021 के 10,136 के मुकाबले 47% कम है, जबकि मार्च 2021 के सर्वाधिक 17,449 की तुलना में 69% की बड़ी गिरावट है। बिक्री घटने से सरकार की स्टैम्प ड्यूटी से कमाई भी ठंडी हो गई है।

    71% पंजीकरण पुराने खरीद सौदों का

    रियल एस्टेट सलाहकार फर्म नाइट ‍फ्रैंक (Knight Frank India) की नई रिपोर्ट के मुताबिक, मई 2021 में पंजीकरण हुई 5,360 प्रॉपर्टीज में केवल 29% ही नई बिक्री का है और शेष 71% पंजीकरण उन सौदों का है, जो दिसंबर 2020 से अप्रैल 2021 के दौरान हुए थे। गौरतलब है कि महाराष्ट्र सरकार ने रजिस्ट्रेशन कार्यालयों में भीड़ कम करने और सोशल डिस्टेंस बनाए रखने के लिए दिसंबर में लोगों को यह सुविधा प्रदान की थी कि वे स्टैम्प ड्यूटी पेमेंट के पश्चात 4 माह बाद तक अपनी खरीदी हुई प्रॉपर्टी का पंजीकरण करा सकते हैं। इसी कारण दिसंबर से मार्च के दौरान हुए भारी सौदों का पंजीकरण कई ग्राहक अब करा रहे हैं।

    अप्रैल-मई में सबसे कम सौदे

    स्टैम्प ड्यूटी में छूट मार्च 2021 तक ही लागू थी। जिसका फायदा उठाने के लिए मार्च में सबसे ज्यादा 28,961 करोड़ रुपए मूल्य के बिक्री सौदे हुए। स्टैम्प ड्यूटी में छूट खत्म होने के बाद अप्रैल से बिक्री घटनी शुरू हो गयी। अप्रैल-मई में लॉकडाउन होने से भी मांग पर काफी असर पड़ा। अप्रैल में करीब मुंबई में 16,250 करोड़ रुपए मूल्य के घर बिके, लेकिन मई में तो सिर्फ 7,246 करोड़ रुपए मूल्य की ही प्रॉपर्टी बिक पाई।

    1 करोड़ तक कीमत वाले घरों की मांग अधिक : शिशिर बैजल

    नाइट फ्रैंक के प्रबंध निदेशक शिशिर बैजल ने कहा कि स्टैम्प ड्यूटी छूट खत्म होने और लॉकडाउन-2 के कारण नए सौदों में कमी अवश्य आई है। एक राहत की बात यह है कि अप्रैल के मुकाबले मई में घरों की बिक्री कुछ बढ़ी भी है। अप्रैल में हुए 10,136 कुल पंजीकरण में नए सौदों की संख्या सिर्फ 710 घर ही थी, लेकिन मई में नए घरों की बिक्री बढ़कर 1553 हो गयी है, जबकि लॉकडाउन-2 जारी था। मई में हुए कुल पंजीकरण में 62% हिस्सेदारी एक करोड़ रुपए से कम कीमत वाले घरों की है।

    कोविड संकट से उबारने टैक्स छूट जरूरी : मंजू याज्ञनिक

    उद्योग संस्था ‘नरेडको’ (NAREDCO) की महाराष्ट्र वरिष्ठ उपाध्यक्ष मंजू याज्ञनिक ने कहा कि पिछले साल स्टैम्प ड्यूटी में छूट दिए जाने के कारण ही सेक्टर को कोविड संकट से उबारने में मदद मिली थी। सितंबर से मार्च तक 7 महीनों के दौरान जहां मुंबई में 80,000 से ज्यादा घर बिके, वहीं सरकार को 2900 करोड़ रुपए से ज्यादा का स्टैम्प ड्यूटी के रूप में टैक्स कलेक्शन मिला, लेकिन अब कोविड की दूसरी लहर से सेक्टर फिर संकट में आ गया है। इसलिए ग्राहकों का उत्साह बढ़ाने और सेक्टर को संकट से बाहर निकालने के लिए सरकार को फिर स्टैम्प ड्यूटी छूट दिसंबर 2021 तक देने पर विचार करना चाहिए। यह राज्य के हित में भी होगा क्योंकि रियल एस्टेट सर्वाधिक रोजगार वाला क्षेत्र होने के साथ आर्थिक विकास में सबसे ज्यादा योगदान देता है।

    स्टैम्प ड्यूटी में फिर छूट दे सरकार : जितेंद्र मेहता

    उद्योग संस्था ‘एमसीएचआई’ (MCHI) के ठाणे उपाध्यक्ष जितेंद्र मेहता ने कहा कि हम महाराष्ट्र सरकार से आग्रह करते हैं कि वह स्टैम्प ड्यूटी में फिर छूट देने पर विचार करे और यह छूट दिसंबर 2021 तक जारी रहनी चाहिए। तभी ग्राहकों का उत्साह बढ़ेगा और मुंबई सहित पूरे राज्य के रियल एस्टेट सेक्टर को कोरोना महामारी के संकट से उबारने में मदद मिलेगी। स्टैम्प ड्यूटी में छूट से सरकार का राजस्व भी बढ़ाया जा सकेगा।