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    नयी दिल्ली: वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने बृहस्पतिवार को उद्योग जगत को आश्वासन देते हुए कहा कि सरकार मुक्त व्यापार समझौतों (एफटीए) में घरेलू हितों की रक्षा करेगी और उद्योग जगत के साथ विस्तृत चर्चा के बाद ही इन समझौतों को अंतिम रूप दिया जाएगा। उन्होंने हालांकि, घरेलू उद्योगों को प्रतिस्पर्धी बनने और इन समझौतों में कुछ क्षेत्रों के लिए सुरक्षा की मांग नहीं करने का भी अनुरोध किया।

    गोयल ने उद्योग मंडल सीआईआई द्वारा ‘सतत विकास के लिए सरकार और व्यवसायों के बीच तालमेल’ पर आयोजित सत्र में कहा, ‘‘अगर उद्योग को लगता है कि भारतीय बाजार को दूसरे देशों के लिए खोले बिना उन्हें अमेरिका, ब्रिटेन और कनाडा के बाजार में अपने उत्पाद बेचने का बेहतर अवसर मिल जायेगा, तो उद्योग का कोई भविष्य नहीं है। उन्हें एफटीए और बाजारों के बारे में भूल जाना चाहिए।” 

    गोयल ने उदाहरण देते हुए कहा, ‘‘अगर घरेलू उद्योग को लगता है कि भारत के बाजारों को दूसरे देशों से धागा, कपड़ा, शराब, वाहन आयात के लिये खोले बिना ही भारतीय उद्योग यूरोप में शुल्क मुक्त कपड़े का निर्यात कर सकते हैं, …. यदि यह आपका व्यवहार है तो उद्योग का कोई भविष्य नहीं है। इस तरीके से एफटीए और बाजारों के बारे में भूल जाना चाहिए।”

    उन्होंने कहा, ‘‘मैं आश्वासन देता हूं कि एफटीए से घरेलू उद्योग को कोई नुकसान नहीं होगा। आपके साथ विचार-विमर्श करने के बाद ही किसी भी एफटीए को अंतिम रूप दिया जाएगा। हर उत्पाद में हर देश प्रतिस्पर्धी नहीं हो सकता।”

    गोयल ने कहा कि जहां कहीं हमारी अच्छी मजबूती है, हम उसका लाभ उठा सकते हैं, वहीं कुछ उतपादों में हमें भी खुला दिल दिखाना होगा उसके बाद ही एफटीए हो सकते हैं अन्यथा नहीं हो सकते हैं। ‘‘मुझे इस मामले में आपका समर्थन और सहयोग चाहिये।”