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शेयर बाजार (फ़ाइल फोटो)

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    मुंबई. वैश्विक बाजारों (Global Market) के कमजोर रुख और मासिक वायदा एवं विकल्प अनुबंधों के निपटान के बीच बृहस्पतिवार को उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में सेंसेक्स (Sensex) 98 अंक ऊंचा रहा। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी (Nifty) लगातार पांचवें कारोबारी सत्र में बढ़त के साथ रिकॉर्ड उच्चस्तर पर पहुंच गया।

    कारोबारियों ने कहा कि रुपये की मजबूती तथा कोविड-19 संक्रमण के मामले घटने से निवेशकों का भरोसा मजबूत हुआ है। बीएसई का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स कारोबार की समाप्ति पर 97.70 अंक यानी 0.19 प्रतिशत की बढ़त के साथ 51,115.22 अंक पर बंद हुआ।

    वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 36.40 अंक यानी 0.24 प्रतिशत की बढ़त के साथ 15,337.85 अंक के नए रिकॉर्ड स्तर पर बंद हुआ। इससे पहले इस साल 15 फरवरी को निफ्टी 15,314.70 अंक के रिकॉर्ड स्तर पर बंद हुआ था। सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में स्टेट बैंक का शेयर सबसे अधिक 2.84 प्रतिशत चढ़ गया। कोटक बैंक, एक्सिस बैंक, बजाज ऑटो, अल्ट्राटेक सीमेंट, नेस्ले इंडिया और पावरग्रिड के शेयर भी लाभ में रहे।

    वहीं दूसरी ओर एचडीएफसी, बजाज फाइनेंस, ओएनजीसी, भारती एयरटेल, हिंदुस्तान यूनिलीवर और मारुति के शेयरों में गिरावट रही। रिलायंस सिक्योरिटीज के रणनीति प्रमुख विनोद मोदी ने कहा, ‘‘वायदा एवं विकल्प निपटान के बीच उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में घरेलू शेयर बाजारों ने जुझारू क्षमता दिखाई और कारोबार सीमित दायरे में रहा।” आईटी शेयर लगातार दूसरे दिन मांग में रहे।

    मोदी ने कहा कि शॉर्ट कवरिंग की वजह से भी कुछ काउंटर को समर्थन मिला। जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, “कोविड-19 के मामले घटने से राज्यों के स्तर पर अंकुशों में ढील की उम्मीद में शुरुआती कारोबार में बाजार ने रफ्तार पकड़ी। हालांकि, रिजर्व बैंक की रिपोर्ट में शेयर बाजारों में तेजी का बुलबुला बनने के जोखिम की चेतावनी से बाजार में सतर्कता बरती जाने लगी।”

    रिजर्व बैंक ने बृहस्पतिवार को जारी अपनी सालाना रिपोर्ट में कहा है कि निजी खपत और निवेश में टिकाऊ पुनरोत्थान होना चाहिये। महामारी के बाद सतत् आर्थिक वृद्धि के लिये यह जरूरी है। बीएसई मिडकैअप और स्मॉलकैप 0.54 प्रतिशत तक चढ़ गए। अमेरिका के बेरोजगारी भत्ते का दावा करने वालों के आंकड़ों से पहले वैश्विक बाजारों में गिरावट का रुख रहा। अन्य एशियाई बाजारों में हांगकांग का हैंगसेंग, दक्षिण कोरिया का कॉस्पी और जापान का निक्की नुकसान में रहे। चीन के शंघाई कम्पोजिट में लाभ रहा। दोपहर के कारोबार में यूरोपीय बाजार नुकसान में थे।

    इस बीच, अंतरराष्ट्रीय बेंचमार्क ब्रेंट कच्चा तेल 0.77 प्रतिशत के नुकसान से 68.20 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 17 पैसे की बढ़त के साथ 72.60 रुपये प्रति डॉलर पर पहुंच गया। शेयर बाजारों के अस्थायी आंकड़ों के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशकों ने बुधवार को 241.60 करोड़ रुपपये के शेयर खरीदे।

    इस बीच, स्वास्थ्य मंत्रालय के बृहस्पतिवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, देश में एक दिन में कोविड-19 संक्रमण के 2,11,298 नये मामले आए हैं। इन्हें मिलाकर संक्रमण का आंकड़ा 2,73,69,093 पर पहुंच गया है। वहीं संक्रमण से सुधार की दर बढ़कर 90 प्रतिशत पर पहुंच गई। (एजेंसी)