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मुंबई: गौतम अडानी के पिछले सौभाग्य के कम होने के कोई आसार नजर नहीं आ रहे हैं। हिंडनबर्ग रिपोर्ट (Hindenburg Report) ने उन्हें सबसे बड़ा झटका दिया। तब से अब तक अदानी समूह इस चक्र से बाहर नहीं निकल पाया है। इस समूह को भारी नुकसान हुआ। गौतम अडानी की संपत्ति में तेजी से गिरावट आई। दुनिया में दूसरे नंबर पर काबिज अडानी को टॉप 30 से बाहर होना पड़ा। इसके बाद उन्होंने फिर से इस लिस्ट में वापसी की। लेकिन अब सेबी के एक फैसले ने उन्हें बड़ा झटका दिया है। अमीरों की सूची में उनका स्थान एक बार फिर गिर गया है।

सेबी की टक्कर

सेबी ने अडानी समूह सौदे की जांच के आदेश दिए हैं। बाजार में यह खबर फैलने के बाद इन्वेस्टरों की चिंता बढ़ गई। इससे गौतम अडानी को तगड़ा झटका लगा। उनके धन में भारी गिरावट आई थी। उनकी संपत्ति में एक अरब डॉलर की कमी आई है। वह अमीरों की सूची में फिर से नीचे खिसक गए। इस हिसाब से तीन विदेशी कंपनियों के साथ अडानी ग्रुप की डील सेबी के रडार पर आ गई है। शेयर बाजार नियामक सेबी ने सौदे और लेनदेन की जांच के निर्देश दिए हैं। सेबी को यह डील करने में नियमों के उल्लंघन का शक है। दावा है कि जिन तीन विदेशी कंपनियों के साथ लेन-देन हुआ, उनका संबंध गौतम अडानी के भाई विनोद अडानी से है। इसलिए, सेबी ने लेनदेन की जांच का आदेश दिया।

शेयर बाजार को लगा झटका

सेबी द्वारा लेनदेन की जांच के निर्देश दिए जाने से अडानी समूह के शेयरों को झटका लगा। बाजार खुलते ही अदानी ग्रुप के शेयरों में गिरावट शुरू हो गई। अडानी एंटरप्राइजेज 1.89%, अदानी ग्रीन एनर्जी 4.96%, अदानी पोर्ट्स 0.65%, अदानी पावर 0.55%, अदानी विल्मर 2.50%, अदानी टोटल गैस 2.58% और एनडीटीवी 2.87% गिरे। जबकि अडानी ट्रांसमिशन में 5% लोअर सर्किट लगा।

अमीरों की सूची में गिरावट

बाजार में भूकंप आ गया क्योंकि सेबी ने लेनदेन और अनुबंधों की जांच करने का आदेश दिया। बाजार में अदानी ग्रुप के शेयर गिरे। इससे अडानी को घाटा हुआ। 24 घंटे में उनकी संपत्ति 1.2 अरब डॉलर घट गई। जबकि अडानी फोर्ब्स की रियल टाइम अरबपतियों की सूची में 24वें स्थान से सीधे 27वें स्थान पर पहुंच गए हैं। फोर्ब्स के मुताबिक, अडानी की कुल संपत्ति 43.1 अरब डॉलर है।