medical auto insurance renewal deadline extended to 15 May Finance Ministry

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नई दिल्ली: वित्त मंत्रालय (Finance Ministry) ने यूको बैंक (UCO Bank) में हाल ही में हुई घटना को ध्यान में रखते हुए सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों से अपने डिजिटल संचालन से संबंधित प्रणालियों और प्रक्रियाओं की समीक्षा करने को कहा है। सूत्रों के मुताबिक, मंत्रालय ने बैंकों को सलाह दी है कि वे अपनी साइबर सुरक्षा की मजबूती की जांच करें और उसे मजबूत करने के उपाय करें। 

सूत्रों ने कहा कि बैंकों को कड़ी निगरानी रखनी चाहिए और भविष्य के साइबर खतरों के लिए तैयार रहना चाहिए। वित्तीय क्षेत्र में बढ़ते डिजिटलीकरण के बीच वित्त मंत्रालय और भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) नियमित अंतराल पर बैंकों को इस बारे में जागरूक करते रहे हैं। पिछले हफ्ते सार्वजनिक क्षेत्र के यूको बैंक में तत्काल भुगतान सेवा (IMPS) के माध्यम से कुछ लोगों के खातों में गलत तरीके से 820 करोड़ रुपये चले गए थे।

IMPS मंच का संचालन नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) द्वारा किया जाता है। आईएमपीएस दो बैंकों के बीच तत्काल धन हस्तांतरण वाली प्रणाली है। यूको बैंक ने शेयर बाजार को बताया है कि उसने सक्रियता से कदम उठाकर भुगतान पाने वालों के खातों पर रोक लगा दी और 820 करोड़ रुपये में से 649 करोड़ रुपये की वसूली करने में सक्षम रहा। 

यह गलत ढंग से भेजी गई कुल राशि का करीब 79 प्रतिशत है। हालांकि यूको बैंक ने अभी तक यह स्पष्ट नहीं किया है कि यह तकनीकी खराबी मानवीय त्रुटि के कारण हुई या ‘हैकिंग’ के प्रयास के कारण ऐसा हुआ। (एजेंसी)