नई दिल्ली. अंतरिम केंद्रीय बजट 2024 (Union Budget 2024) के लिए बजट तैयारी प्रक्रिया के अंतिम चरण को चिह्नित करने वाला ‘हलवा सेरेमनी’ बुधवार (24 जनवरी) को नॉर्थ ब्लॉक में आयोजित की गई। इस दौरान, केंद्रीय वित्त और कॉर्पोरेट मामलों की मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) और केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री डॉ. भागवत कराड समेत वित्त मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। सीतारमण अपने हाथों से सबको हलवा परोसा।
बता दें कि बजट से पहले हलवा समारोह इस बात का परिचायक होता है कि बजट को अंतिम रूप दिया जा चुका है और इसके छपने का काम शुरू हो चुका है। इस समारोह में बजट तैयार करने वाले अधिकारीयों का आभार प्रकट किया जाता है। बजट तैयार करते समय इन्हे अपने परिवार वालों से संपर्क नहीं करने दिया जाता है।
#WATCH | Delhi | The Halwa ceremony, marking the final stage of the Budget preparation process for Interim Union Budget 2024, was held in North Block, today, in the presence of Union Finance & Corporate Affairs Minister Nirmala Sitharaman and Union Minister of State for Finance… pic.twitter.com/wjoyI5QqQ3
— ANI (@ANI) January 24, 2024
पिछले तीन बजटों की तरह इस बार भी अंतरिम केंद्रीय बजट 2024-25 पेपरलेस रूप में दिया जाएगा। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को अपना 6वां आम बजट पेश करेगी। वित्त मंत्रालय के अनुसार 1 फरवरी, 2024 को संसद में वित्त मंत्री द्वारा बजट भाषण पूरा होने के बाद, बजट दस्तावेज Android और Apple OS दोनों प्लेटफार्मों पर ‘केंद्रीय बजट मोबाइल ऐप’ पर उपलब्ध होंगे।
बजट में इन मुद्दों पर फोकस
आने वाले इस बजट को लेकर संभावना है कि यह बजट देश की गरीब जनता और किसानों के लिए अच्छा होगा, क्योंकि प्रधानमंत्री मोदी (PM Narendra Modi) ने कहा था कि ‘मेरे लिए सबसे बड़ी जाति है गरीब, मेरे लिए सबसे बड़ी जाति है युवा, मेरे लिए सबसे बड़ी जाति है महिलाएं, मेरे लिए सबसे बड़ी जाति है किसान. इन चार जातियों का उत्थान ही भारत को विकसित बनाएगा। ऐसे में अब संभावना है कि गरीब युवा महिला और किसान के लिए यह बजट कई नई उम्मीदें और खुशियां लेकर आयेगा।
2024 के बजट का क्या है प्लान
दरअसल आने वाले इस बजट को संपूर्ण विकास के तोर पर देखा जा रहा है। जी हां आपको बता दें कि पीएम मोदी ने पहले बता दिया था कि बजट 2024-25 समावेशी विकास पर ध्यान केंद्रित करना जारी रखेगा जो अमृत काल के दृष्टिकोण के तहत सात प्राथमिकताओं में से एक है। आगे उन्होंने 2024 के बजट को लेकर कहा था कि केंद्र उज्ज्वला, जल जीवन मिशन, पीएम किसान और स्वच्छ भारत जैसी समावेशी विकास योजनाओं के लिए और अधिक उपाय कर सकता है क्योंकि ये ‘सबका साथ, सबका प्रयास’ के दृष्टिकोण को प्राप्त करने की कुंजी हैं। गरीबों और किसानों पर अधिक केंद्रित किया जा सकता है।
युवा केंद्रित होगा बजट
जैसे देश को गरीबी से मुक्त कराने के लिए सरकार प्रयत्नशील है ठीक वैसे ही केंद्र सरकार की प्राथमिकता युवा शक्ति पर भी है। जी हां केंद्र सरकार देश के युवाओं की क्षमता का अच्छे से उपयोग करके उनके भविष्य को बेहतर बनाने पर ध्यान केंद्रित करेगा। बता दें कि युवाओं के बीच वृद्धि और विकास में शिक्षा और कौशल विकास, रोजगार सृजन और उद्यमशीलता को बढ़ावा देने में निवेश शामिल होगा। इनमें खास तोर पर राष्ट्रीय शिक्षा नीति और सहायक आर्थिक नीतियों जैसी कई पहल युवाओं को सशक्त बनाएंगी। इसके साथ ही युवाओं के कौशल विकास पर ध्यान केंद्रित करेंगी और पर्याप्त रोजगार के अवसर पैदा करेंगी। इस तरह यह बजट युवाओं के लिए कई तरह से सकारात्मक हो सकता है।
महिला सशक्तिकरण
जहां हम देख रहे है कि देश के हर बड़े क्षेत्र का नेतृत्व देश की महिलाएं कर रही है तो ऐसे में उम्मीद है कि इस बार केंद्र सरकार अंतरिम बजट में महिला केंद्रित योजना की घोषणा कर सकती है। जी हां इस बजट में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण महिला सशक्तिकरण पर पेश करेंगी। जानकारी के लिए आपको बता दें कि महिलाओं के लिए कल्याणकारी योजनाओं पर चर्चा पहले ही पात्रता मानदंड, वार्षिक आय, राशि के आकार के इर्द-गिर्द घूमने लगी है। ये कल्याणकारी योजनाएं विशेष रूप से आर्थिक रूप से वंचित पृष्ठभूमि की महिलाओं को लक्षित करेंगी। ऐसे में संभावना है कि देश में आर्थिक रूप से पिछड़ी हुई महिलाओं को इस बजट से राहत मिल सकती है।