CNG-PNG GAS PUMP
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नई दिल्ली: पेट्रोल-डीजल के दामों में इजाफे के बाद अब प्राकृतिक गैस की कीमतों में रिकॉर्ड बढ़ोतरी कर दी गई है। यह गैस शहरी गैस नेटवर्क के लिए मुख्य आपूर्ति है।  इसके बाद अनुमान लगाया जा रहा है कि सीएनजी और पीएनजी की दरों में भी वृद्धि हो सकती हैं। वैश्विक स्तर पर ऊर्जा की कीमतों में उछाल के साथ प्राकृतिक गैस की कीमतों में ये बढ़ोतरी की गई है। इससे देश में बिजली उत्पादन, उर्वरक बनाने और वाहन चलाने में इस्तेमाल होने वाली गैस महंगी हो सकती है। सरकार ने शनिवार को नेचुरल गैस की कीमतें लगभग 7% बढ़ा दी है। 

जानकारी के अनुसार, नेचुरल गैस का उपयोग बिजली पैदा करने में भी किया जाता है। वहीं, इसे सीएनजी में भी परिवर्तित किया जाता है। जबकि खाना पकाने के प्रयोजनों के लिए घरेलू रसोई में पाइप के माध्यम से भी पहुंचाया जाता है। ऐसे में नेचुरल गैस की कीमत में भारी वृद्धि से सीएनजी और पाइप्ड नेचुरल गैस (पीएनजी) की कीमत बढ़ने की संभावना जताई जा रही है। इससे पहले भी इन गैस की कीमत पिछले वर्ष में 70 प्रतिशत से अधिक बढ़ चुकी हैं। इसके अलावा, अप्रैल 2019 के बाद से प्राकृतिक गैस दरों में यह तीसरी बार बढ़ोतरी की गई है।  

यही नहीं, नेचुरल गैस की कीमतों में बढ़ोतरी का असर, बिजली बिल से लेकर खेती पर भी पड़ने की संभावना हैं। पीपीएसी की तरफ से जारी आदेश के मुताबिक, पुराने गैस क्षेत्रों से उत्पादित गैस के लिए भुगतान की जाने वाली दर को मौजूदा 6.1 डॉलर प्रति एमबीटीयू से बढ़ाकर 8.57 डॉलर प्रति एमबीटीयू कर दिया गया है।  नए दर पर पुरे देश में उत्पादित गैस के लगभग दो तिहाई हिस्से की बिक्री होगी।