Madhya Pradesh woman fabricated false story of her kidnapping in Kota to go to Russia to study medicine
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चंद्रपुर. घुग्घुस के रामनगर निवासी इंजीनियरिंग छात्र शुभम दिलीप फुटाने (25) के अपहरण मामले में तीसरे दिन भी पुलिस को कोई सफलता नहीं मिली है. शुभम की तलाश में जिला पुलिस प्रशासन ने अलग-अलग टीमें गठित की हैa. चंद्रपुर एलसीबी, रामनगर डीबी पथक, घुग्घुस डीबी पथक, एसपी पुलिस स्क्वाड, सायबर टीम शुभम की तलाश में जुटी हुई. शुभम की लावारिस अवस्था में मिली बाइक पर लगे खून ने पुलिस को उलझा कर रख दिया है. अपहरणकर्ताओं का शुभम के फोन से फिरौती की राशि मांगने वाला फोन आने के बाद कोई फोन नहीं आया है. 

शुभम के परिवार के मुताबिक रविवार की रात 8 बजे शुभम अपने दुपहिया वाहन से बाहर भोजन करने जाने की बात कहकर घर से निकला था. रात 10.30 बजे शुभम के मोबाइल से उसके पिता दिलीप फुटाने को अज्ञात व्यक्ति का फोन आया कि उसके बेटे का अपहरण किया गया और दो दिनों में 30 लाख की फिरौती नहीं दी गई तो उसके पुत्र शुभम की हत्या कर दी जाएगी.

दूसरे दिन परिसर के डा. दास हॉस्पिटल के पास शुभम की बाइक क्र. एमएच 34 ए एस 6815 लावारिस अवस्था में मिली. बाइक पर एक स्थान पर टीका लगाये जैसा खून का निशान दिखाई देने पर पुलिस ने उसका सैंपल लेकर इसकी जांच के लिए भेज दिया है कि वाकई यह खून शुभम का ही है या किसी ओर का है.

पुलिस इस बात से भी अचरज में है कि बाइक पर एक जगह पर टीका लगाए जैसा खून का निशान है. यदि शुभम के साथ मारपीट होती या उस पर हमला किया गया होता तो आसपास भी खून पड़ा नजर आता. शुभम के घर से निकलने के ढाई घंटे बाद उसके पिता को उसके ही फोन से अपहरणकर्ता का फोन आया था जिसका लेाकेशन शेणगांव बताया जा रहा है.

इस पर भी पुलिस सोच में पड़ी है कि अपहरणकर्ता शुभम को आखिर कहां लेकर गए होंगे. इस बीच शुभम के परिजनों का उसके न मिलने से बुरा हाल है. अब तक पुलिस शुभम की जान पहचान वाले 26 लोगों से पूछताछ कर चुकी है परंतु उसका कोई पता नहीं चला है.