Kapil dev

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    -विनय कुमार

    क्रिकेट के इतिहास में भारत को पहली बार विश्व विजेता (ICC ODI WORLD CUP 1983) बनाने वाले भारतीय क्रिकेट टीम के सूरमा कप्तान कपिल देव (Kapil Dev Former Captain Indian Cricket Team) की नाबाद 175 रन की पारी शायद ही कोई देशप्रेमी भूल पाएगा। कपिल देव की वह पारी 1983 में भारतीय टीम के वर्ल्ड कप जीतने के रास्ते में पड़ाव थी। दरअसल, जिस मैच में 1998 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया के कप्तान कपिल देव (Kapil Dev) ने भारत को संकट से निकाला था, अगर वह मैच टीम हार जाती तो भारत का वर्ल्ड कप 1983 के फाइनल में पहुंचने की रेस से ही बाहर हो जाता।

    कप्तान कपिल देव ने 1983 वर्ल्ड कप ही नहीं, ‘ICC ODI World Cup 1992’ में भी पाकिस्तान के खिलाफ (India vs Pakistan 1992 World Cup) मैच में भी यादगार बेहतरीन पारी खेली थी। उनकी और मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंडुलकर (Sachin Tendulkar) की साझेदारी की बदौलत ही उस वर्ल्ड कप में टीम इंडिया ने पाकिस्तान को धोबी पछाड़ शिकस्त दी थी। उस टीम के कप्तान इमरान खान (Imran Khan Captain Pakistan Cricket Team World Cup 1992) थे। उस मैच में एक समय भारत ने 39.4 ओवर में 148 रन पर 5 विकेट गंवा दिए थे। तब ऐसा लग रहा था कि टीम इंडिया 200 रन के भीतर ढेर हो जाएगी। तभी सातवें नंबर पर बल्लेबाजी करने आए कपिल देव (Kapil Dev) ने मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंडुलकर (Sachin Tendulkar) के साथ 8 ओवर में 60 रन शानदार की साझेदारी की थी। 1992 वर्ल्ड कप में टीम इंडिया के कप्तान मोहम्मद अजहरूद्दीन (Mohammed Azharuddin Captain 1992 World Cup) थे।

    कपिल देव ने 2 चौके और 1 छक्के की मदद से 26 गेंदों में 35 रन बनाए थे। खास बात ये थी कि, उस मैच में दोनों टीम की तरफ से सिर्फ 1 छक्का लगा था, जो कपिल देव के बल्ले से निकला था। उस मैच में सचिन तेंडुलकर (Sachin Tendulkar) 3 चौके की मदद से 62 गेंद में नाबाद 54 रन बनाए थे। उस मैच में बेहतरीन अर्धशतकीय पारी खेलने वाले सचिन तेंडुलकर एकमात्र बल्लेबाज थे। कपिल देव और सचिन की पार्टनरशिप की ही बदौलत टीम इंडिया ने इमरान खान की कप्तानी वाली पाकिस्तान की टीम को 217 रन का लक्ष्य दिया था।

    उस मैच में ‘हरियाणा हरिकेन’ कपिल देव (Haryana Hurricane Kapil Dev) ने बल्लेबाजी में ही नहीं गेंदबाजी में भी शानदार प्रदर्शन किया था। उन्होंने 10 ओवर में सिर्फ 30 रन देकर 2 बड़े मजबूत विकेट (इंजमाम उल हक और मोइन खान) उड़ाए थे। कपिल देव ने अपने दूसरे ओवर की पहली ही गेंद पर इंजमाम उल हक़ को आउट कर पाकिस्तान की शुरुआत ही खराब कर दी थी। छठे ओवर में भारत के तीज गेंदबाज  मनोज प्रभाकर (Manoj Prabhakar) ने जाहिद फजल (Jahid Fazal) को किरन मोरे (Kiran More Wicket-keeper Team India) के हाथों स्टम्प करा दिया और पाकिस्तान की हवा निकाल दी थी।

    हालांकि, इसके बाद पाकिस्तान के आमिर सोहेल (Aamir Sohail) और जावेद मियांदाद (Javed Miandad) ने पारी को संभाला। दोनों ने तीसरे विकेट के लिए 88 रन की बेहतरीन साझेदारी की थी। इस साझेदारी को 31वें ओवर में बल्लेबाज़ी के सम्राट सचिन तेंदुलकर ने गेंदबाजी से तोड़ा। इसके बाद पाकिस्तान की तरफ से कोई भी बड़ी पार्टनरशिप नहीं हो पाई और पूरी टीम 48.1 ओवर में 173 रन पर टें बोल गई। गौरतलब है कि, ‘ICC ODI WORLD CUP’ में आज तक भारतीय क्रिकेट टीम को पाकिस्तान की टीम एक मैच में भी नहीं हरा पाई है।