(Photo Credits: Instagram)
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इस सप्ताह रिलीज हुई फिल्म गिन के दस भी इसी शैली का एक प्रयोगात्मक सिनेमा है।

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फिल्म: गिन के दस

निर्देशक: सरीष सुधाकरन

कास्ट: अविनाश गुप्ता, तृषाना गोस्वामी, हिमांशु शेखर, संजना देशमुख, अनिका आर्य, जाहिद अहमद खान, अक्षय रवि, अनिकेत जाधव, कैलाश पाल, मुस्कान खुराना

रनटाइम: 2 घंटे

रेटिंग: 3 स्टार्स

कहानी: सायकोलिजीकल थ्रिलर बॉलीवुड में एक ऐसा जॉनर रहा है जिसमें विभिन्न लेखकों निर्देशकों ने अच्छा सिनेमा प्रस्तुत किया है। इस सप्ताह रिलीज हुई फ़िल्म गिन के दस भी इसी शैली का एक प्रयोगात्मक सिनेमा है।  फिल्म की कहानी एक बेदर्द और बेरहम हत्यारे की है जो 24 घण्टे में गिन के दस लोगों की हत्या करता है। उसके पीछे उसका क्या मकसद है, या उससे कोई और करवा रहा है, अंत मे क्या वह मारा जाता है या पकड़ा जाता है इसके लिए आपको फिल्म देखनी होगी। यह एक महिला के बदले की स्टोरी भी है। फिल्म इतने ट्विस्ट और सस्पेंस हैं कि दर्शक की जिज्ञासा बरकरार रहती है। थ्रिल, रहस्य और ट्विस्ट से भरपूर फिल्म गिन के दसएक अलग किस्म की फिल्म है। फिल्म की कहानी 1991 में हुई एक फार्म हाउस में दर्दनाक घटना पर बेस्ड है। उस जमाने में जब मोबाइल और इंटरनेट की सहूलत नहीं थी। बिजली की भी दिक्कत थी।

अभिनय: फिल्म में अविनाश गुप्तातृषाना गोस्वामीहिमांशु शेखरसंजना देशमुखअनिका आर्यजाहिद अहमद खानअक्षय रविअनिकेत जाधवकैलाश पाल और मुस्कान खुराना जैसे कलाकारों ने अपने किरदारों को बखूबी निभाया है। 

फाइनल टेक: निर्माता निर्देशक सरीष सुधाकरन इस फिल्म के राइटरछायाकार और संगीतकार भी हैं। फिल्म 80 और 90 के दशक की याद दिलाती है। फिल्म का प्रेजेंटेशन बहुत यूनिक और अलग है। इस अनोखे टाइप की फिल्म बनाने के लिए निर्माता निर्देशक बधाई के हकदार हैं। द इंडी फ़ार्म/वुल्फक्रो के बैनर तले निर्मित फिल्म “गिन के दस” का वितरण जय विरात्रा एंटरटेनमेंट लिमिटेड द्वारा किया गया है। फिल्म ‘गिन के दस’ की कहानी, इसके किरदारों से हर दर्शक क्लाइमेक्स तक जुड़ा हुआ महसूस करेगा। रहस्यमयी और रोमांचक विषयवस्तु पर आधारित फिल्म ‘गिन के दस‘ की सबसे बड़ी खूबी यह है कि युवा लेखक निर्देशक सरीष सुधाकरन थ्रिल सस्पेंस के माध्यम से दर्शकों को शुरुआत से अंत तक अपनी सीट से बांध कर रखने में सफल रहे हैं। फिल्म का बैकग्राउंड स्कोर इसके कथानक के अनुसार बेहतर ढंग से तैयार किया गया है। कैमरा वर्क अपीलिंग है हालांकि कुछ दृश्य विचलित करते हैं मगर एक्सपेरिमेंटल सिनेमा और थ्रिलर सब्जेक्ट पसन्द करने वालों को यह फिल्म अच्छी लगेगी।