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    देश का एकमात्र ग्रामीण और महिला नीत समाचार पोर्टल ‘खबर लहरिया’ ऑस्कर के लिए नामित डॉक्यूमेंटरी का विषय है और इस संबंध में सोमवार को उसने कहा कि फिल्म में उनका चित्रण त्रुटिपूर्ण है। रिंटू थॉमस और सुष्मित घोष द्वारा निर्देशित ‘राइटिंग विद फायर’ दलित महिला द्वारा संचालित डिजिटल ग्रामीण समाचार चैनल ‘खबर लहरिया’ की यात्रा को दर्शाती है। ऑस्कर पुरस्कार (अकादमी पुरस्कार) के 94वें संस्करण में डॉक्यूमेंटरी (फीचर) श्रेणी की अंतिम सूची में नामित ‘राइटिंग विद फायर’ चीफ रिपोर्टर मीरा के नेतृत्व में दलित महिलाओं द्वारा अपने सपनों की उड़ान भरने की कहानी है। यह पूरी टीम वक्त के साथ कदम से कदम मिलाकर चलने के लिए प्रिंट मीडिया छोड़कर पूरी तरह डिजिटल माध्यम को अपना लेती है।

    ऑस्कर का आयोजन 28 मार्च को होना है और उससे पहले एक लंबे-चौड़े ब्लॉग पोस्ट में ‘खबर लहरिया’ ने कहा है कि उनकी टीम ने हाल ही में यह डॉक्यूमेंटरी देखी और इसमें उनकी कहानी का महज एक हिस्सा दिखाया गया है ‘‘और कहानी के कुछ हिस्सों में तथ्यों को बिलकुल तोड़-मरोड़ कर रख दिया है।’’ इस पोस्ट पर प्रतिक्रिया के लिए पीटीआई/भाषा द्वारा संपर्क का प्रयास किए जाने के बावजूद थॉमस और घोष से संपर्क नहीं हो सका। (bhasha)