Parvesh Chaurasia
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    मुंबई : फिल्म निर्देशक (Film Director) परवेश चौरसिया (Parvesh Chaurasia) का मानना है की किसी भी फिल्म का निर्देशक ही उसका पहला दर्शक (Audience) होता है। अगर वो उस फिल्म को एक सामान्य और जिम्मेदार (Responsible) दर्शक के नजर से देखता है और उसे वो फिल्म अच्छी लगती है, तो वो फिल्म लोगों को भी जरुर पसंद आएगी और ऐसा तब होता है जब आप दर्शक के भावनाओं को समझते हुए अपने फिल्म को उसके दिल तक पहुंचाते है।

    परवेश चौरसिया ये भी कहते है की दो तरह की ही फिल्में हिट होती है। पहली वो जो लोगों के दिलों को छू जाए, दूसरी वो जो दर्शकों को पूरी तरह से समझ आ जाए। उन्होंने ये भी कहा की इसका कोई विधि और फार्मूला नहीं होता है। जिससे अपनी फिल्म को दर्शकों की पसंद बना सकें, लेकिन ये सत्य है की जो फिल्म दर्शकों के दिल को घर कर लेती है। वो फिल्म सुपरहिट हो जाती है। निर्देशक परवेश चौरसिया ने धारावाहिक शो से अपने करियर की शुरुआत किया था। उन्होंने अपनी कड़ी मेहनत और लगन से आज फिल्म के निर्देशक तक का सफर तय किया है।

    सिनेमा समाज का आइना है : परवेश चौरसिया

    वो बीच में कई विज्ञापनों का भी हिस्सा रह चुके है। उनका सिर्फ एक ही उद्देश्य है ‘हर्ट टू हर्ट कम्युनिकेशन’ परवेश चौरसिया अपने प्रोडक्शन कंपनी ‘ग्रैविटी स्टूडियो इंडिया’ और उसके डिजिटल वेंचर ‘इंटर-मी-इडियट’ के सभी प्रोडक्शंस में अपने जिम्मेदारियों को बखूबी निभाते है। उन्होंने यह भी कहा की आज सिनेमा का बहुत विस्तार हो चुका है। जिसमें विषयों की अधिकता है, लेकिन अगर हम ध्यान से देखें तो पता चलेगा की हम कैसे क्रिएटिविटी के चक्कर में अपने जिम्मेदारियों को भूलते जा रहे है। सिनेमा समाज का आइना है, बस इतना कह देने से बात खत्म नहीं हो जाती है।

    अपने समाजिक जिम्मेदारियों को भी निभा सकेंगे

    हमें समाज का ख्याल रखते हुए उसके प्रति जिम्मेदारियों को भी पूरा करना पड़ता है, क्योंकि इनसे ही हम है। परवेश चौरसिया ने अपने इसी जिम्मेदारी को पूरा करने के लिए उन्होंने अपना एक मीडिया वेंचर ‘क्रिएटिव सोशल रिस्पांसिबिलिटी’ शुरू किया है। जिसके जरिए वो क्रिएटिविटी के साथ-साथ अपने समाजिक जिम्मेदारियों को भी निभा सकेंगे।