जनप्रतिनिधी व प्रशासन के समन्वय से होगा जिले का विकास – शिंदे

  • पालकमंत्री ने अहेरी व सिरोंचा तहसील को दी भेट

Loading

गडचिरोली. गडचिरोली जिले के दुर्गम क्षेत्र में विभीन्न योजनाओं पर अमल करते समय स्थानीय जनप्रतिनिधी व प्रशासन समन्वय से काम करने पर जिले के विकास को गति मिल सकती है, ऐसा कथन जिले के पालकमंत्री एकनाथ शिंदे ने किया. 

पालकमंत्री एकनाथ शिंदे यह आज, रविवार 2 अगस्त को राज्य के व जिले के अंतिम छोर पर बसे सिरोंचा में भेट देकर तहसील के विकासकार्यो का जाएजा लिया. इस समय वे बोल रहे थे.इस समय जिलाधिकारी दीपक सिंगला, पुलिस अधीक्षक शैलेश बलकवडे, जिप के मुख्य कार्यकारी अधिकारी कुमार आशीर्वाद, सहाय्यक जिल्हाधिकारी राहुल गुप्ता, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मनीष कलवानिया, तहसीलदार ओंकार ओतारी, उपविभागीय पोलिस अधिकारी बजरंग देसाई, जिला शल्य चिकित्सक डा. अनिल रुडे, मुख्याधिकारी विशाल पाटील, नायब तहसीलदार हमीद सय्यद, तहसील स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. वलके आदि उपस्थित थे.  

नागरिकों से किया संवाद
इस समय पालकमंत्री शिंदे ने सिरोंचा के कोविड सेंटर को भेट देकर प्रशासन द्वारा किए गए व्यवस्था का निरीक्षण किया. वहीं ब्रिटीशकालीन तहसील कार्यालय को भेट देकर पौधारोपन किया. नए से निर्माण किए गए पातागुडम पुलियां का निरीक्षण कर स्थानिय नागरिकों से संवाद किया. छत्तीसगढ की सीमा से सटे संवेदनशिल परिसर के गांवों को भेट देकर वहां के स्थिती का जायजा लिया. नक्सलियों के हिंसा का शिकार हुए नागरिकों से संवाद करते हुए उनकी समस्याएं समझी. राज्य सरकार उनके साथ होने की बात पालकमंत्री शिंदे ने इस समय कहीं. 

जवानों की समस्याएं हल करने के निर्देश 
पालकमंत्री एकनाथ शिंदे ने दुर्गम व अतिसंवेदनशील क्षेत्र में आऊटपोस्ट कार्यरत होनेवाले जवानों की भेट ली. इस समय उन्होने जवानों की समस्याएं समझकर वह हल करने के निर्देश प्रशासन को दिए. पात्तागुडम के पुलिस थाने को भेट देकर वहां के पुलिस, एसआरपीएफ, बीएसएफ जवानों के लिए निर्माण किए वस्तीगृह तथा कैन्टींग समेत अन्य प्रबंधन का निरीक्षण किया. वहीं ग्रामीणों से पालकमंत्री संवाद किया. पालकमंत्री ने शिंदे ने हवाई मार्ग से मेडिगट्टा प्रकल्प के लिए महाराष्ट्र के गए भुक्षेत्र का निरीक्षण किया. 

स्वास्थ्य सेवा पर दिया जाएगा ध्यान 
इस समय पालकमंत्री एकनाथ शिंदे ने आलापल्ली के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को भेट दी. इस समय उन्होने मरीजों की समस्याओं से रूबरू हुए. स्थानीय व्यवस्था उचित होकर दुर्गम क्षेत्र में इसी तरह के सुविधाओं की सभी जगह आवश्यकता होने की बात कहीं. जनप्रतिनिधी तथा जिला प्रशासन एकजुट सहभाग लेने पर जिला विकास की मुख्य धारा से निश्चित ही जुडेगा, इस क्षेत्र में दर्जायुक्त स्वास्थ्य सेवा के लिए जल्द ही नियोजन किया जाएगा. ऐसा आश्वासन पालकमंत्री शिंदे ने दिया. वहीं सडके व प्रलंबित कार्य पूर्ण कर इस क्षेत्र के लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने पर निश्चित ही नक्सलवाद समाप्त होगा, ऐसा मत भी उन्होने व्यक्त किया.