पुलियां के निर्माण से हल हुई 22 गांवों की समस्या

  • किष्टापूर पुलियां का एसपी ने किया उद्घाटन

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गडचिरोली. अहेरी तहसील के जिमलगट्टा परिसर के किष्टापूर नाले पर निर्माण किए गए पुलियां का उद्घाटन जिला पुलिस अधिक्षक शैलेश बलकवडे ने किया. जिससे परिसर के 22 गांवों के नागरिकों को बरसात में निर्माण होनेवाली आवागमन की जटिल समस्या से निजात मिली है.

अहेरी तहसील मुख्यालय से 60 किमी दूरी पर स्थित जिमलगट्टा पुलिस उपविभाग में देचलीपेठा की ओर जानेवाले मार्ग पर क्रिष्टापूर नाला है. इस नाले पर अनेक वर्षो से पुलियां नहीं था. जिससे बरसात में इस परिसर के 22 गांवों का संपर्क टूट जाता था. जिससे इस परिसर के नागरिकों को अनेक समस्याओं से जुझना पड रहा है. विगत अनेक दिनों से इस परिसर के नागरिकों ने उक्त नाले पर पुलियां निर्माण की मांग की थी. नागरिकों की मांग को ध्यान में लेते हुए गडचिरोली पुलिस दल व जिला प्रशासन ने क्रिष्टापूर नाले पर के पुलियां की मंजूरी के लिए आगे आकर सरकार की ओर प्रयास किया. जिससे सरकार की ओर से उक्त पुलियां के निर्माण को मंजूरी मिली.

इस पुलियां पर के नाले को नक्सलियों ने विरोध करते हुए 8 अप्रैल 2020 किष्टापूर नाले पर के पुलियां के निर्माणकार्य पर कार्यरत वाहनों की आगजनी की थी. इसके बाद किष्टापूर परिसर के अनेक ग्रामपंचायतों ने नक्सलियों को विरोध करते हुए नक्सलियों का प्रतिकात्मक पुतला जलाते हुए निषेध दर्ज किया था. गडचिरेाली जिले के इतिहास में प्रथम बार क्रिष्टापूर परिसर के 22 गांवों के ग्रामसभा में नक्सलियों को तीव्र विरोध करते हुए नक्सल गांवबंदी का प्रस्ताव मंजूर किया था. ग्रामीणों का पुढाकार देखते हुए नक्सलियों के विरोध को न मानते हुए 22 गांवों में नक्सल गांवबंदी का प्रस्ताव पारीत करनेवाले ग्रामसभाओं का जिला पुलिस अधिक्षक शैलेश बलकवडे ने स्वागत कर गडचिरोली पुलिस दल सदैव किष्टापूर परिसर के ग्रामीणों के साथ रहेगा व पुलियां का निर्माण बरसात के पूर्व करने तथा पुलियां का निर्माण होने पर ग्रामीणों से मुलाकात करने उपस्थित रहने का आश्वासन दिया था. 

पुलियां का कार्य पूर्ण होने के बाद शुक्रवार को पुलिस अधिक्षक शैलेश बलकवडे ने नागरिकों को दिए वचन की पूर्ती करने हेतु अप्पर पुलिस अधीक्षक अजयकुमार बन्साल, उपविभागीय पुलिस अधिकारी राहूल गायकवाड तथा अन्य अधिकारी व कर्मचारी इनके साथ उक्त पुलियां को भेट दी. इस समय परिसर के नागरिकों ने पुलिस दल का आभार व्यक्त करते हुए पुलिस अधीक्षक शैलेश बलकवडे इनका शाल, श्रीफल देकर सन्मान किया. इतिहास में प्रथम बार नक्सल की दृष्टि से अतिसंवेदनशिल व अतिदुर्गम क्षेत्र के नागरिक नक्सलियों के विरोध न मानते हुए नक्सलियों के खिलाफ एकजुट हुए. इस परिसर के नागरिकों ने पुलियां के निर्माण के लिए करीब 2 से ढाई माह निरंतर रात के दौरान विभीन्न गांवों के 50 लोगों ने पुलियां के निर्माण के लिए निगरानी की. 

63 नागरिकों को जाति प्रमाणपत्र का वितरण 
गडचिरोली पुलिस दल के ‘प्रोजेक्ट प्रगती’ अंतर्गत दोडगिर में 63 नागरिकों को जाति प्रमाणपत्र उपलब्ध कराएं गए है. उसमें से 5 नागरिकों को प्रतिकात्मक स्वरुप में प्रमाणपत्र का वितरण किया गया. वहीं तुमरगुडा, शेडा, पेरकाभट्टी, दोडगिर, किष्टापूर, पत्तीगाव, लाखनगुडा के ग्रापं ने उपविभागीय पुलिस अधिकारी राहूल गायकवाड इनकी ओर मनोरंजनाचे साधन के लिए टीवी संच की मांग की थी. जिसके तहत पुलिस अधिक्षक के हाथों ग्रामिणों को टिवी व डीश का वितरण किया गया. 

‘शहीद सेतू’ पुलियां का नामकरण
वर्ष 1992 में इस जगह नक्सलियों के हमले में पुलिस जवान शहीद हुए थे. इन शहीद जवानों की स्मृति कायम रहे, इसके लिए इस पुलियां को शहीद सेतू के रूप में पहचाना जाएगा. ऐसी घोषणा पुलिस अधिक्षक ने की. किष्टापूर परिसर के नागरिकों का जिले के अन्य नागरिक आदर्श लेकर नक्सलियों को विरोध कर विकास की मुख्य धारा से जुडने एकजुट हो, गडचिरोली पुलिस दल जिले के नागरिकों को सभी स्तर से मदद व संरक्षण देने के लिए प्रयासरत है, ऐसा आह्वान पुलिस अधीक्षक शैलेश बलकवडे ने इस समय किया.