गोंदिया. कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है. प्रतिदिन मरीजों के आंकड़े रिकार्ड तोड़ रहे हैं. कोरोना का नया स्ट्रेन काफी खतरनाक है. इसके पहले बालकों पर कोरोना का प्रकोप होने के मामले कम थे लेकिन अब बच्चों पर भी इसके प्रभाव की बात कही जा रही है. समय पर उपचार लेने वाले जल्द ठीक हो रहे हैं. कोरोना संक्रमण की चपेट से बचने के लिए इन दिनों वरिष्ठ नागरिक, बालक घरों में लाकडाउन हो गए हैं.
पिछले वर्ष मार्च माह से जारी कोरोना का यह कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. यह संकट अब दूर हो रहा है ऐसा नवंबर व दिसंबर माह में लग रहा था लेकिन फिर नए साल में फरवरी माह से संक्रमित मरीज मिलने शुरू हुए. मार्च में कोरोना ने रफ्तार पकड़ ली है.
अस्पतालों में बेड नहीं मिलने से प्रशासन द्वारा विभिन्न उपाय योजना की जा रही है. साथ ही नागरिकों को कोरोना नियमों का पालन करने, वरिष्ठ नागरिक व बालकों पर ध्यान देने का आह्वान प्रशासन की ओर से किया जा रहा है. कोरोना संक्रमण के इस संकट में अनेक परिवारों से युवा वर्ग ही घरों के बाहर निकलते दिखाई दे रहा है.