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गोंदिया (का). जिले में कोरोना वायरस संक्रमण को देखते हुए पहली कक्षा में ऑनलाइन प्रवेश की प्रक्रिया शुरु कर दी गई है. गुढ़ी पाड़वा से शुरु होने वाली प्रवेश प्रक्रिया इस बार 1 मई से शुरु की गई है. जिले में पहली कक्षा में प्रवेश पात्र छात्र-छात्राओं की संख्या 13,727 है और अब तक 9,734 (70.90 प्रश.) बच्चों को प्रवेश दिया जा चुका है. जिले में प्रवेश के पात्र 13,727 बच्चों में से 7,033 लड़के तथा 6,722 लड़कियां है. 4,917 लड़के व 4,866 लड़कियों को प्रवेश दिया जा चुका है.

जिले में वर्कफ्रॉम होम ऑनलाइन स्टडी पर जोर दिया जा रहा है. जिले की प्रत्येक तहसील के प्रत्येक केंद्र में कुछ उपक्रमशील स्कूले है और इन स्कूलों में अंग्रेजी स्कूलों से बेहतर शिक्षा दी जा रही है. कई स्कूलों में नर्सरी व केजी वर्ग जोड़ दिया गया है. इन स्कूलों में छात्रों की संख्या बढ़ी है. जिप स्कूलों में छात्रों की संख्या कम न हो इसके लिए इस बार से पहली कक्षा में ऑनलाइन प्रवेश की शुरुआत की गई है.

आमगांव तहसील की 87 स्कूलों में 816, सालेकसा तहसील की 88 स्कूलों में 660, देवरी तहसील की 133 स्कूलों में 1038, सडक अर्जुनी तहसील के 102 स्कूलों में 1069, अजुनी मोरगांव तहसील की 120 स्कूलों में 1309, गोरेगांव तहसील की 102 स्कूलों में 996, तिरोड़ा तहसील की 142 स्कूलों में 1514 व गोंदिया तहसील की 202 स्कूलों में 996 बच्चों को ऑनलाइन प्रवेश दिया गया है.

जिप स्कूलों में नि:शुल्क पाठ्यपुस्तक, नि:शुल्क गणवेश योजना, उपस्थिति भत्ता, प्रशिक्षित शिक्षक, हेंडवॉश स्टेशन, बाल ग्रंथालय, अध्ययन कुटी जैसे उपक्रम शुरु किए जा रहे है. इस कारण जिप स्कूलों में गांव के ही नहीं बल्कि बाहर गांव के विद्यार्थी भी शिक्षा ग्रहण कर रहे है. जिप स्कूलों में आधुनिक तकनीकी का उपयोग हो रहा है. प्रत्येक स्कूल में डिजिटल साधन है और उनका नियमित उपयोग हो रहा है. शिक्षा विभाग द्वारा दिशा एप्प तैयार किया गया है. इस एप्प के माध्यम से रोजाना ऑनलाइन पढ़ाई शुरु है.