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    नई दिल्ली. भारत (India) में फिर एक बार कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में गिरावट आ रही हैं। लेकिन कोरोना का डेल्टा प्लस वैरिएंट (Delta Plus Variant) सरकार की चिंता बढ़ा रहा है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय (Union Health Ministry) के अनुसार देश में अब तक डेल्टा वैरिएंट के 86 मामले सामने आए हैं, जिसमें से 34 मामले महाराष्ट्र (Maharashtra) के हैं। हालांकि अब तक डेल्टा प्लस वैरिएंट के कारण कोरोना के प्रसार में कोई घातीय वृद्धि नहीं हुई है।

    केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा आयोजित प्रेस वार्ता में डॉ एस. के. सिंह ने कहा, “हम 2 तरह की निगरानी कर रहे हैं, पहला बाहर से आने वाले रूप की चिंता और दूसरा देश में डेल्टा वैरिएंट के प्रभाव की।” उन्होंने कहा, “आज हमें नए म्यूटेंट की तलाश करने की जरूरत है क्योंकि वे किसी भी समय कहीं भी पहुंच सकते हैं।”

    सिंह ने आगे कहा, “हम जिन चिंता के प्रकारों की निगरानी करते हैं वे हैं अल्फा, बीटा, गामा, डेल्टा और डेल्टा प्लस। इसी के साथ जांच के तहत दो प्रकार कप्पा और बी1617.3 हैं।”

    सिंह ने आगे कहा, “हम जिन चिंता के प्रकारों की निगरानी करते हैं वे हैं अल्फा, बीटा, गामा, डेल्टा और डेल्टा प्लस। इसी के साथ जांच के तहत दो प्रकार कप्पा और बी1617.3 हैं।”वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा आयोजित प्रेस वार्ता में संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि पिछले 24 घंटे में देश में 28 हजार 204 मामले दर्ज़ किए गए। पिछले कुछ दिनों से 40,000 के लगभग मामले प्रतिदिन दर्ज़ किए जा रहे थे, उसमें कमी आई है। 

    पिछले हफ्ते देश में जितने कुल मामले दर्ज़ किए गए उसमें से 51.51% मामले सिर्फ केरल में दर्ज़ किए गए हैं। देश में अब सक्रिय मामले 4 लाख से भी कम हो गए हैं। देश में अब 3,88,508 सक्रिय मामले हैं। रिकवरी रेट लगातार बढ़ रहा है, अब रिकवरी रेट 97.45% है।

    अग्रवाल ने कहा, देश में पिछले 2 हफ्ते में 2% से भी कम पॉजिटिविटी रेट दर्ज़ की गई है, इस हफ्ते की पॉजिटिविटी रेट 1.87% है। उन्होंने कहा, 11 राज्यों में 44 ज़िलों में पॉजिटिविटी 10% से अधिक है। जिसमें से केरल के 10 जिले हैं। जबकि 6 जिले नॉर्थ ईस्ट राज्यों मणिपुर, मिज़ोरम, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय, नागालैंड और सिक्किम में 29 जिले ऐसे हैं जहां पॉजिटिविटी रेट 10% से अधिक है।

    लव अग्रवाल ने कहा जनवरी में हम वैक्सीन की 2.35 लाख डोज़ प्रतिदिन उपलब्ध करा पा रहे थे, जुलाई में यह बढ़कर 43.41 लाख डोज़ प्रतिदिन हुआ। अगर हम अगस्त महीने का औसत निकालें तो यह 49.11 लाख है।