All India Shia Personal Law Board issued advisory for Muharram

Loading

मुंबई: ऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड ने मुहर्रम में जुलूस और मजलिस को लेकर एडवाइजरी जारी की। एडवाइजरी में केंद्र और प्रदेश सरकार की गाइडलाइन का पालन करते हुए मुहर्रम मनाने की अपील की गई है। कोरोना महामारी के चलते इस साल उलमा ने बुजुर्गों, महिलाओं व बच्चों से घरों में रहकर ऑनलाइन मजलिस व जुलूस में शामिल होने की अपील की है।

ऑल इण्डिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड की एक ऑनलाइन मीटिंग 5 अगस्त को हुई थी, जिसमें भारत के कई उलेमा और शिया समुदाय के कई प्रतिनिधि शामिल थे। मुहर्रम में होनेवाली आजादारी-ए-इमाम हुसैन (अ.स.) के सिलसिले में इस साल के मुहर्रम को लेकर चर्चा की गई जिसके बाद दो हिस्सों में मजलिस और जुलुस के लिए एडवाइजरी जारी की गई है। 

बोर्ड के प्रवक्ता मौलाना यासूब अब्बास ने बताया, “देशभर के उलमा से राए करने के बाद मजलिस और जुलूस को लेकर अलग-अलग एडवाइजरी जारी की गई है। एडवाइजरी में मजलिस को समय पर शुरू करने के साथ सोशल डिस्टेंसिंग का सख्ती से पालन करने पर जोर दिया गया है। साथ ही मजलिस में आने वाले लोगों को मुफ्त में मास्क वितरित किया जाएगा। उन्होंने लोगों से मजलिस में भीड़ न लगाने की अपील की है। मजिलस स्थल में बैठने की जगह अधिकांश लोग अपने घरों में टीवी या मोबाइल पर ऑनलाइन शामिल हो सकते हैं।मजलिसों का लाइव प्रसारण किया जाएगा।”    

मजालिस के लिए एडवाइजरी

1-हमेशा की तरह हर अजादार के घर में अजाखाना सजाया जाए और फरशे अज़ा विछाया जाए।

2- हर मुनअकिद होने वाली मजलिस में और घरों में होने वाली मजलिसों में भी फासले का खास ख्याल रखा जाए।3- जिन इलाकों या शहरों में मरकजी मजलिसें होती हैं उसमें जहां तक मुम्किन हो ऑन लाइन या मजहबी टी.वी. चैनल के ज़रिए फासला बरकरार रखते हुए मजलिसों को सुना जाए।

3- अपने अपने घरों और इमामबाड़ों पर हज़रत इमाम हुसैन अ.स. की याद में काले परचम लगाये जाए।

4- मजलिस में हर शख्स के लिए जरूरी है कि वह मास्क पहन कर आये और मजलिस में दाखिले के दरवाजे पर मास्क की फराहमी का इन्तेज़ाम रहे। 6- हाथ धोने के लिए साबुन और पानी का भी इन्तेजाम रहे।

5- बुजुर्ग, बच्चे और प्रेग्नेंट महिला घरों पर ही रह कर ऑन लाइन मजालिस में शिरकत करें।

6- मजालिस को दिये गये वक्त से ही शुरू किया जाए।

7- मजालिस में मुसाफेहा व हाथ मिलाने से परहेज किया जाए।

8- मजालिस में पहले से पैक किया हुआ तबबँक ही तकसीम किया जाए और बाद मजलिस

9- नजर-ए-मौला के नाम से दस्तरख्वान बिछाने के बजाए उसे पैक करके तकसीम किया जाए।

10- मजालिस में या सबीलों पर सील बन्द बोतलों का पानी तक्सीम किया जाए। खुले पानी से परहेज किया जाए।

11- जिन मस्जिदों या इमामबाड़ों में मुस्तकिल फर्श बिछा रहता है वहां मजलिस से पहले और मजलिस के बाद क्लोरीन का स्प्रे किया जाए।

12- अजादारी का इन्तेज़ाम करने वाले लोग मकामी इन्तेजमिया से राबते में रहें और इन्तेज़ामिया के साथ ताअवुन करें।

13- मोमेनीन अपने अपने सूबों में सूबाई हुकूमतों, व जिला इन्तेजामिया और मेडिकल हिदायात पर अमल करें।

14- हिन्दुस्तान के जिन जिन शहरों में शाही जुलूस जिला इन्तेजामिया के जेरे असर बरआमद होते हैं ज़िला इन्तेजामिया उसको बरआमद करने का बंदोबस्त करें।

जुलूसों के लिए एडवाइज़री

1- मोहर्रम के जुलूसों के सिलसिले में जुलूस के बानियान हस्बे साबिक जिला इन्तेजामिया से रूजू करें और उनकी गाइडलाइन के मुताबिक ही जुलूसे अजा बरामद करें।

2- मोमेनीन जुलूस में फासले का खास ख्याल रखे, एक जगह इक्कठा न हो बल्कि तबरूँकात की ज्यारत करके अपने अपने घरों को रवाना हो जाए।

3- बुजुर्ग, बच्चे या मुख्तलिफ बीमारियों में मुबतिला अफराद अपने घरों से ही ऑन लाइन जुलूस की ज्यारत करें।

4- जुलूस में मास्क लगाना जरूरी है और हैण्ड सेनेटाइजर का इस्तेमाल भी जरूरी है।

5- सबीलों पर सील बन्द बोतल के पानी का इस्तेमाल किया जाए।

6- मोमेनीन अपने अपने सूबों में सुबाई हुकूमतों व जिला इन्तेजामिया और मेडिकल हिदायत पर अमल करें।