पुणे. वर्तमान में पूरी दुनिया की नजरें कोरोना वायरस के टिके पर लगी हुई हैं। दुनिया की कई जगहों पर कोरोना वैक्सीन का ट्रायल चल रहा है। इनमें से कई टीके मानव परीक्षण के चरण में पहुंच गए हैं। इस बीच ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय द्वारा विकसित कोरोना वैक्सीन के शुरुआती मानव परीक्षणों के परिणाम उत्साहजनक रहे हैं। पुणे की सीरम इंस्टिट्यूट ऑक्सफ़ोर्ड विश्वविद्यालय का एक भागीदार है।
शुक्रवार को सीरम इंस्टिट्यूट के पूनावाला ने ट्वीट करते हुए कोरोना वैक्सीन की कीमत के बारे में जानकरी दी। उन्होंने कहा कि, कोरोनो वैक्सीन अधिकतम 3 डॉलर में उपलब्ध होगी। तीन डॉलर के हिसाब से यह वैक्सीन भारत में 220 ते 250 रुपये में उपलब्ध होगी। साथ ही यह वैक्सीन 92 देशों में उपलब्ध की जाएगी।
I would like to thank @BillGates, @gatesfoundation, @GaviSeth for this key partnership of risk sharing and manufacturing of a 100 million doses, which will also ensure equitable access at an affordable price to many countries around the world. https://t.co/NDmpo23Ay8 pic.twitter.com/jNaNh6xUPy
— Adar Poonawalla (@adarpoonawalla) August 7, 2020
सीरम इंस्टीट्यूट ने शुक्रवार को कहा कि बिल एंड मिलिंडा गेट्स फाउंडेशन भारत में 10 करोड़ वैक्सीन तैयार करने के लिए 150 मिलियन डॉलर की मदद देगी। साथ ही सीरम इंस्टीट्यूट अस्त्रा जेनेका और Novavax के साथ मिलकर कोविड-19 वैक्सीन तैयार करने पर काम कर रही है। दुनिया की सबसे बड़ी वैक्सीन तैयार करने वाली सीरम इंस्टीट्यूट को गेट्स फाउंडेशन से यह मदद इंटरनेशनल वैक्सीन अलायंस GAVI के जरिए मिलने वाली है।
ग़ौरतलब है कि, सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया सबसे ज्यादा वैक्सीन डोज़ तैयार करने की क्षमता रखने वाली दुनिया की सबसे बड़ी वैक्सीन निर्माता कंपनी है। अब इस कंपनी के पास भारत में वैक्सीन के लिए एक्सक्लूसिव राइट्स होंगे. साथ ही ‘महामारी की अवधि’ के लिए उसके पास अन्य देशों के लिए नॉन-एक्सक्लूसिव डील होगी। हालांकि, इसमें वो देश नहीं शामिल होंगे, जिसे विश्व बैंक ने अपर-मिडिल क्लास या उच्च इनकम वाला देश करार दिया है।
इसके पहले ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की वैक्सीन के लिए सीरम इंस्टीट्यूट ने ब्रिटेन-स्वीडन की कंपनी अस्त्रा जेनेका के साथ पार्टनरशिप किया था। ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने इस वैक्सीन के दूसरे और तीसरे चरण के ट्रायल की अनुमति दे दी है। ऑक्सफोर्ड के कोविड-19 वैक्सीन ने अब तक सकारात्मक रिजल्ट दिया है. The Lancet नाम के एक मेडिकल जर्नल की रिपोर्ट में कहा गया है कि 18 से 55 साल की उम्र के लोगों में इस वैक्सीन ने डुअल इम्युन रिस्पॉन्स दिया है.