Coronavirus : रेलवे क्‍यों चला रहा ऑक्‍सीजन एक्‍सप्रेस? जानें केंद्र सरकार कैसे पूरी कर रही डिमांड

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    नई दिल्‍ली. भारत में कोरोना वायरस (Coronavirus) की दूसरी लहर (Second Wave) ने खतरनाक रूप ले लिया है। कोरोना से मौत का सिलसिला जारी है। कोरोना पर असरदार रेमडेसिविर (Remdesivir) और ऑक्‍सीजन (Oxygen) की मांग और खपत कई गुना तक बढ़ गई है। अधिकतर राज्‍यों में हालात ऐसे हैं जहां ऑक्‍सीजन की कमी है। मध्यप्रदेश में ऑक्सीजन की कमी होने से 25 लोगों की मौत के बाद राज्‍य सरकार की नींद उड़ गई है। वहीं महाराष्ट्र और दिल्ली तक में कोरोना मरीजों के लिए ऑक्सीजन जुटाना काफी मुश्किल हो रहा है।

    महाराष्ट्र  में कोरोना वायरस की दूसरी लहर तबाही मचा रही है। राज्य में कोरोना के नए मामलों और मौतों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रहीं है। पिछले 24 घंटे में राज्य में एक दिन में सर्वाधिक 568 कोरोना मरीजों की मौत हुई है। जबकि 67 हजार 468 नए मामले आए हैं। इसके अलावा राजधानी मुंबई (Mumbai) और उपराजधानी नागपुर (Nagpur) में भी हालत बेकाबू हो चुके हैं। बता दें कि इसमें से अधिकत कोरोना मरीजों की मौत ऑक्‍सीजन लेवल कम होने के चलते हो रही।

    केंद्र सरकार ने राज्‍यों से आ रही ऑक्‍सीजन की डिमांड और अन्‍य उपायों की जरूरत पूरा करने के लिए कमर कस ली है। भारतीय रेलवे ने मेडिकल ऑक्‍सीन ले जाने के लिए ऑक्‍सीजन एक्‍सप्रेस चलाने का फैसला किया। है  इसके लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाए जा रहे हैं ताकि ऑक्‍सीजन एक्‍सप्रेस को बिना किसी रुकावट के जल्‍द से जल्‍द राज्‍यों में भेजा जा सके।  

    12 राज्‍यों में 6,177 मीट्रिक टन ऑक्सीजन भेजने की योजना 

    महाराष्ट्र से खाली टैंकर लेकर 19 अप्रैल को विशेष ट्रेनें विशाखापट्टनम, बोकारो और राउरकेला गईं, जहां से इनमें लिक्विड ऑक्सीजन भरा गया। इसके लिए विशाखापट्टनम, अंगुल और भिलाई में विशेष रैम्प बनाया है रहा है ताकि ऑक्सीजन टैंकरों को रेलवे के फ्लैट डिब्बों पर आसानी से चढ़ाया जा सके। साथ ही कोरोना से सबसे ज्‍यादा संक्रमित 12 राज्‍यों को 6,177 मीट्रिक टन ऑक्सीजन देने की योजना पर काम शुरू किया जा चूका है।  

    केंद्र इन राज्‍यों को जल्‍द सप्‍लाई करेगा ऑक्‍सीन

    केंद्र सरकार की योजना के अनुसार 30 अप्रैल तक इन 12 राज्यों को 17 हजार टन से अधिक ऑक्सीजन सप्लाई की जाएगी। इनमें महाराष्ट्र, दिल्ली, मध्य प्रदेश, गुजरात, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान शामिल हैं। गृह मंत्रालय ने ऑक्‍सीन की कमी को पूरा करने के लिए 22 अप्रैल से उद्योगों को ऑक्सीजन की सप्लाई पर रोक लगा दी है।