farmers

  • किसान, सरकार को आज लिखित में देंगे कानून पर अपनी आपत्तियां
  • 2 दिसम्बर को होगी अगली बैठक

Loading

नयी दिल्ली. मोदी सरकार (Narendra Modi) द्वारा लाये गए नए कृषि कानून (Agricultural Bill) के खिलाफ देश की सड़कों पर उतरे किसान (Farmers) अब तक अपनी जंग जारी रखे हुए हैं। बीते  करीब एक हफ्ते से दिल्ली की सीमाओं पर हजारों की संख्या में किसान जुटे हुए हैं। केंद्र सरकार और किसान संगठनों के बीच बीते दिन जो बातचीत हुई, उसमें कोई भी ठोस नतीजा नहीं निकल सका। इस वजह से अब किसानों ने कहा है कि उनका आंदोलन तब तक जारी रहेगा, जबतक कि ये कृषि कानून वापस नहीं लिए जाते हैं।

केंद्र सरकार और किसान संगठनों की बातचीत बेनतीजा: 

गौरतलब है कि करीब 35 किसान संगठनों और केंद्र सरकार के मध्य बीते मंगलवार को बैठक हुई थी। जिसमे  कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, पीयूष गोयल समेत अन्य नेता भी शामिल हुए थे। इस बैठक में किसानों को MSP पर प्रेजेंटेशन दी गई, साथ ही मंडी सिस्टम को लेकर भी जरुरी जानकारी दी गई। हालांकि, फिर भी किसानों का एक ही सवाल रहा कि, क्या सरकार MSP को कानून के दायरे में लाएगी। बातचीत खत्म तो हुई लेकिन कोई ठोस नतीजा नहीं निकल सका। तीन घंटे की इस जरुरी चर्चा के बाद किसानों ने कहा कि, उनका आंदोलन जारी रहेगा, वहीं सरकार ने कहा कि बातचीत सकारात्मक रही है, तीन दिसंबर को फिर से चर्चा होगी। 

सरकार का है कहना- बातचीत सकारात्मक:

हालाँकि वार्ता के बीच सरकार ने मंगलवार को विश्वास जताया था कि वह आंदोलनकारी किसानों द्वारा उठाये गये मुद्दों पर विचार-विमर्श करने के बाद किसी समाधान पर पहुंचेगी। यहां विज्ञान भवन में बैठक के लिए केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के साथ रेल तथा वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल और वाणिज्य राज्यमंत्री सोम प्रकाश, जो पंजाब के एक सांसद भी हैं, भी मौजूद थे।हालाँकि बैठक के बाद मोदी सरकार ने कहा कि बातचीत सकारात्मक रही है और आगामी 3 दिसंबर को फिर से चर्चा होगी। 

दिल्ली पुलिस ने अब बढ़ाई सीमाओं की सुरक्षा:

इधर सरकार के साथ किसी ठोस नतीजे पर किसान नहीं पहुंचे हैं, जिससे अब इस आंदोलन को और आगमिल सकती है। अब पंजाब-हरियाणा से बड़ी संख्या में किसान दिल्ली कूच करेंगे। जिसको देखते हुए दिल्ली पुलिस भी अब मुस्तैद और अधिक चौकस हो गई है। पुलिस ने जहाँ सीमाओं पर पहले ही सुरक्षा बढ़ाई हुई है अब इसे और भी मजबूत किया जा रहा है। सीमाओं पर वाहनों की भी सघन जांच में सख्ती बरती जा रही है, ताकि किसान किसी भी तरह से राजधानी में ना घुस पाएं।

अब अपनी लिखित समस्या भेजेंगे किसान: 

इद्धर आज संयुक्त किसान मोर्चा मोदी सरकार को कृषि कानून को लेकर अपनी लिखित आपत्तियां भेजेगा। भारतीय किसान यूनियन (सिद्धपुर जत्था) के अध्यक्ष जगजीत सिंह धालीवाल ने इस पर बताया कि, “हमने कल सरकार के साथ बातचीत में अपनी समस्त परेशानियां रखी हैं, लेकिन आज हम उनको इसे फिर लिखित में सरकार को भेजेंगे। कल हमारी मोदी सरकार के साथ एक बार फिर बैठक होगी और हर बिंदु पर विस्तार और क्रमवार चर्चा होगी।”