नयी दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भूटान के प्रधानमंत्री लोते शेरिंग ने शुक्रवार को रूपे कार्ड के दूसरे चरण का उद्घाटन किया। इस चरण के बाद भारत में रूपे नेटवर्क तक भूटानी कार्ड धारकों की पहुंच हो जाएगी। मोदी पिछले वर्ष अगस्त में भूटान की राजकीय यात्रा पर गए थे। तब उन्होंने तथा शेरिंग ने परियोजना के पहले चरण का संयुक्त रूप से उद्घाटन किया था। मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से अपने भाषण में दोनों देशों के बीच अनेक क्षेत्रों में गहरे सहयोग के बारे में बात की।
उन्होंने अंतरिक्ष में भूटानी उपग्रह के प्रक्षेपण के लिए इसरो की तैयारी और बीएसएनएल तथा भूटान के बीच तीसरे अंतरराष्ट्रीय इंटरनेट गेटवे से संबंधित समझौते आदि का जिक्र किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि कोविड-19 महामारी के कठिन समय में भारत भूटान के साथ मजबूती से खड़ा है।
उन्होंने कहा कि पड़ोसी देश की आवश्यकताओं को पूरा करना हमेशा उसकी शीर्ष प्राथमिकता रहेगी। विदेश मंत्रालय ने एक वक्तव्य में बताया कि भूटान में रूपे कार्ड का पहला चरण लागू होने से भारत से वहां जाने वाले लोगों के लिए एटीएम और प्वाइंट ऑफ सेल (पीओएस) टर्मिनलों का इस्तेमाल करना संभव हो गया।
अब दूसरे चरण के बाद भूटान के कार्ड धारकों के लिए भारत में रूपे नेटवर्क का इस्तेमाल करना संभव हो सकेगा। रूपे कार्ड भारत में डेबिट और क्रेडिट कार्ड से भुगतान का नेटवर्क है और इसका एटीएम, पीओएस उपकरणों और ई-कॉमर्स वेबसाइटों पर भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
मोदी ने कहा, “भूटान नेशनल बैंक द्वारा जारी रूपे कार्ड के धारक भारत में एक लाख से अधिक एटीएम और 20 लाख से अधिक पीओएस टर्मिनलों की सुविधाओं का इस्तेमाल कर सकेंगे। मेरा मानना है कि शिक्षा, स्वास्थ्य, तीर्थयात्रा या पर्यटन के उद्देश्य से भारत आने वाले भूटान के लोगों को इससे मदद मिलेगी।”
उन्होंने कहा कि भूटान में पहले ही 11,000 सफल रूपे लेन-देन हो चुके हैं और यदि कोविड-19 महामारी नहीं होती तो यह संख्या और अधिक होती। मोदी ने अंतरिक्ष क्षेत्र में दोनों देशों के गहरे होते सहयोग की भी प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि भारत और भूटान ने हाल ही में बाहरी अंतरिक्ष के शांतिपूर्ण उपयोग के लिए रूपरेखा पर हस्ताक्षर किये थे। उन्होंने कहा कि इससे दोनों देशों के संस्थानों को मदद मिलेगी और सहयोग बढ़ेगा।
मोदी ने कहा कि भारत ने हाल ही में निजी क्षेत्र के लिए अंतरिक्ष क्षेत्र को खोला है और इससे क्षमता, नवाचार तथा कौशल बढ़ेगा। प्रधानमंत्री ने कहा, “मैं इस बात से प्रसन्न हूं कि भूटान के उपग्रह को इसरो की मदद से अगले वर्ष अंतरिक्ष में भेजने के लिए तेजी से काम चल रहा है। इस उद्देश्य से भूटान के चार अंतरिक्ष इंजीनियर दिसंबर में इसरो जाएंगे। चारों युवाओं को मेरी शुभकामनाएं।”
कार्यक्रम में शेरिंग ने कहा कि यह वित्तीय समावेश बढ़ाने और किफायती डिजिटल भुगतान के तरीकों के इस्तेमाल को बढ़ावा देने के लिहाज से डिजिटल प्रौद्योगिकी का उपयोग करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।
उन्होंने कहा, “हम कोविड-19 का टीका तैयार होने पर उसे भूटान के लिए उपलब्ध कराने के आश्वासन के लिए आपके और आपकी सरकार के प्रति आभारी हैं।” शेरिंग ने भारत में महामारी से निपटने में मोदी के नेतृत्व की प्रशंसा की और विश्वास जताया कि भारत इससे और अधिक मजबूत होगा। उन्होंने कहा, “टीके के विकास की दिशा में भारत जिस तरह बढ़ रहा है, वह हम सभी के लिए उम्मीद की किरण है।” (एजेंसी)