नयी दिल्ली. संसद के मॉनसून सत्र (Monsoon Session) का आज चौथा दिन है। आपको बता दें कि LAC पर चीन से जारी तनाव पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) आज भी राज्यसभा में बयान दिया है । उन्होंने इससे पहले बीते मंगलवार को लोकसभा (LokSabha) में बयान दिया था।
Speaking in the Rajya Sabha https://t.co/aWRjvb8cZ3
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) September 17, 2020
पूर्वी लद्दाख में फिलहाल क्या हालात हैं, राजनाथ सिंह ने इसकी पूरी जानकारी परसों लोकसभा के पटल पर रखी थी । उन्होंने बताया था कि हमारे जवान हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं। चीन की LAC में बदलाव की मंशा को हमारे जवानों ने इसके पहले ही भांप लिया था। चीन का कोई भी कुत्सित प्रयास हमें गवारा नहीं है।
आइये देखें राजनाथ क्या कह रहे हैं :
- रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह- चीन LAC के सीमांकन को नहीं मानता है.
- रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह- चीन की कथनी करनी में भारी अंतर है .
- रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह- चीन ने LAC की यथास्थिति बदलने की भरसक कोशिश की है.
- रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह – शांति बहाल करने के लिए कई समझौते किए गए पर चीन जस का तस .
- रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह- हमारी सेना ने चीन को भारी नुकसान पहुँचाया है पर हमने संयम रखा.
- रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह- बॉर्डर पर अगर ऐसा तनाव जारी रहेगा तो द्विपक्षीय रिश्तों पर इसका सीधा असर पड़ेगा.
- राजनाथ सिंह – 5 जून को गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प में हमारे 20 जवान शहीद हुए थे । इसके बाद PM मोदी ने लद्दाख में जाकर हमारे जवानों का हौसला बढ़ाया था.
- रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह- मैं देश को आश्वस्त करता हूं कि हम देश का मस्तक किसी भी कीमत पर झुकने नहीं देंगे और न ही हम किसी का मस्तक झुकाने की कोशिश कर रहे हैं .
- रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह- भारत और चीन दोनों ने औपचारिक तौर पर यह साफ़ माना है कि सीमा का सवाल अभी एक जटिल मुद्दा है जिसके समाधान के लिए हमें शांति और संयम की आवश्यकता है। इस मुद्दे का समाधान, शांतिपूर्ण बातचीत के द्वारा ही निकाला जाए.
- रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह- 15 जून को वीर कर्नल संतोष बाबू ने अपने 19 बहादुर सैनिकों के साथ भारत की अखंडता का बचाव करने के उद्देश्य से गलवान घाटी में अपना सर्वोच्च बलिदान दियाथा . इसके बाद हमारे PM मोदी खुद सेना का मनोबल बढ़ाने के लिए लद्दाख गए.
- रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह- हमारी सेनाएं सीमा पर मजबूती के साथ डटी हुई हैं. मैं सदन को आश्वस्त भी करना चाहता हूं और मैं इस मुद्दे पर ज्यादा विस्तार से नहीं बोलना चाहता हूं और इस संवेदनशीलता को सदन भी जरुर समझे .
- रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह- भारत की तरफ से पहले सैन्य कार्रवाई कभी नहीं की गई, जबकि चीन की तरफ से पहले जरुर की गई है, लेकिन हमने उनके इरादों को कामयाब भी नहीं होने दिया है और न देंगे.
- रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह- चीन की किसी भी कार्रवाई का हम जवाब देंगे, LAC पर हमारी सेना पूरी तरह तैयार.
- पूर्व रक्षा मंत्री एके एंटनी ने इस पर कहा कि हम सभी देश के जवानों के साथ खडे़ हैं. मैं स्पष्टीकरण चाहता हूं. रक्षा मंत्री के बयान का यह क्या मतलब है कि सरकार देश की संप्रभुता की रक्षा के लिए सब कुछ करेगी? संप्रभुता की रक्षा करने का मतलब है यथास्थिति बहाल करना. गलवान घाटी कभी भी विवाद की जगह नहीं थी.