Rajnath Singh
File Photo : PTI

Loading

नई दिल्ली. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) पूर्वी लद्दाख (Ladakh) में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के पास भारत (India) और चीनी (China) सैनिकों के बीच जारी गतिरोध को लेकर आज (मंगलवार) को संसद (Parliament) में बयान देने वाले हैं। दोनों पक्षों के बीच पिछले तीन महीनों से बातचीत चल रही है, जिसमें पाँच लेफ्टिनेंट सामान्य-स्तरीय वार्ताएँ शामिल हैं, लेकिन अभी तक कोई भी परिणाम नहीं निकला है। वहीं विपक्ष भी लगातार सरकार पर इस मुद्दे को लेकर आधिकारिक बयान देने के लिए दबाव बना रहा है।

विपक्ष द्वारा इस मुद्दे पर चर्चा कराये जाने की मांग के बीच यह राजनाथ सिंह का बयान काफी महत्व रखता है। राजनाथ की हाल में मास्को में चीन के रक्षा मंत्री वेई फेंगहे के साथ मुलाकात हुई थी। कुछ दिन पहले विदेश मंत्री जयशंकर की भी चीन के उनके समकक्ष वांग यी के साथ मुलाकात हुई थी। इस बीच, कैबिनेट और मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों की समिति की आज अपराह्न वीडियो कांफ्रेंस के जरिये बैठक हो सकती है।

सोमवार से शुरू हुए संसद के मानसून सत्र में विपक्ष भारत-चीन मुद्दे, कोविड की स्थिति, आर्थिक शिथिलता और बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर सरकार को घेरने का कोई मौका नहीं छोड़ रहा है।

गौरतलब है कि जून में गलवान घाटी में चीन और भारतीय सैनिकों में हिंसक झड़प हो गई थी, जिसमें 20 भारतीय सैनिक शहीद हुए थे। इस झड़प में चीनी सैनिक भी हताहत हुए थे लेकिन अब तक चीन की ओर से जानकारी नहीं दी गई है। अमेरिकी खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक इस झड़प में चीन के 35 सैनिक मारे गए थे। इसके बाद चीन ने कई बार घुसपैठ की कोशिश की लेकिन उसे मुंह की खानी पड़ी।

चीन यही नहीं रुका उसने भारतीय सैनिकों की चौकी पर फायरिंग तक कर दी। 1975 के बाद यह पहली बार है जब सीमा पर भारत और चीन के सैनिकों के बीच फायरिंग हुई। हालांकि सूत्रों ने दावा किया कि स्थिति नियंत्रण में है। लेकिन विपक्ष सरकार से सच्चाई जानना चाहता है। ऐसे में आज राजनाथ सिंह का बयान काफी अहम होगा। राजनाथ आज दोपहर 3:00 बजे संसद में बयान देंगे।