वित्‍त मंत्री निर्मला सीतारमण ( फोटो क्रेडिट- ANI)
वित्‍त मंत्री निर्मला सीतारमण ( फोटो क्रेडिट- ANI)

केंद्र का बजट (Union Budget 2021) वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) बजट का पिटारा खोल दिया। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बजट पेश करने के दौरान विपक्ष ने हंगामा किया. लेकिन इस बीच वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण लोकसभा में बजट 2021-22 पढ़ना शुरू रखा।

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नई दिल्ली:  वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने केंद्र के बजट (Union Budget 2021) का पिटारा खोल दिया। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बजट पेश करने के दौरान विपक्ष ने हंगामा किया। लेकिन इस बीच वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण लोकसभा में बजट 2021-22 पढ़ना शुरू रखा। उन्होंने कहा कि सरकार ने सबसे संवेदनशील वर्गों को सहारा देने के लिए पीएमजीकेवाई (PMGKY), तीन आत्मनिर्भर पैकेज और बाद में की गईं घोषणाएं अपने आप में पांच मिनी बजट के समान थीं। आत्मनिर्भर पैकेजों ने ढांचा गत सुधारों की हमारी गति को बढ़ाया। निर्मला सीतारमण ने कहा की आत्मनिर्भर भारत पैकेज में कुल 27.1 लाख करोड़ रुपये की मदद जारी की गई। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस दौरान कहा की इस बार का बजट डिजिटल बजट है, ये ऐसे वक्त में आ रहा है जब देश की GDP लगातार दो बार माइनस में गई है, लेकिन ग्लोबल इकनॉमी के साथ भी ऐसा ही हुआ है।

उन्होंने कहा कि साल 2021 ऐतिहासिक साल होने जा रहा है, जिस पर देश की नजर है। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर स्वस्थ भारत योजना का ऐलान किया। केंद्र सरकार की ओर से 64, 180 करोड़ रुपये इसके लिए दिए गए हैं और स्वास्थ्य के बजट को बढ़ाया गया है। इसी के साथ सरकार की ओर से WHO के स्थानीय मिशन को भारत में लॉन्च किया जाएगा। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन को आगे बढ़ाने के लिए हरों में अमृत योजना को आगे बढ़ाया जाएगा। जिसके सरकार द्वारा 2,87,000 करोड़ रुपये जारी किए गए। उन्होंने इसके साथ ही मिशन पोषण 2.0 का ऐलान किया गया है। लोगों की सेहत के मद्देनजर और कोरोना प्रकोप को देखते हुए COVID-19 वैक्सीन के लिए 35 हजार करोड़ रुपये का ऐलान किया गया। हेल्थ स्केटर में बजट को 137 प्रतिशत तक बढ़ाया गया है।

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस दौरान कहा कि 2021-22 का बजट 6 स्तंभों पर टिका है। पहला स्तंभ है स्वास्थ्य और कल्याण, दूसरा-भौतिक और वित्तीय पूंजी और अवसंरचना,तीसरा-अकांक्षी भारत के लिए समावेशी विकास, मानव पूंजी में नवजीवन का संचार करना, पांचवा-नवाचार और अनुसंधान और विकास, छठा स्तंभ-न्यूनतम सरकार और अधिकतम शासन है। इन राज्यों को मिला तोहफा आगामी विधानसभा चुनाव का भी इस बजट में ध्यान रखा है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट पेश करते हुए तमिलनाडु, केरल, पश्चिम बंगाल, असम के लिए भी ऐलान किया। इन राज्यों के लिए नेशनल हाइवे प्रोजेक्ट के तहत 1.03 लाख करोड़ खर्च किया जाएगा। इसके साथ ही इसमें इकॉनोमिक कॉरिडोर बनाए जाएंगे। सरकार का प्लान कुछ इस तरह से होगा।

केरल में नेशनल हाइवे के लिए 65 हजार करोड़ रुपये। वहीं, मुंबई-कन्याकुमारी इकॉनोमिक कॉरोडिर बनाया जाएगा। कोलकाता-सिलीगुड़ी के लिए नेशनल हाइवे और असम में हाइवे और इकॉनोमिक कॉरिडोर का बनाया जाएगा। जल जीवन मिशन (शहरी) लॉन्च किया जाएगा, इसका उद्देश्य 4,378 शहरी स्थानीय निकायों में 2.86 करोड़ घरेलू नल कनेक्शनों को सर्वसुलभ जल आपूर्ति व्यवस्था करना है। शहरी स्वच्छ भारत मिशन 2.0 की शुरुआत होगी। शहरी स्वच्छ भारत मिशन 2.0 को 2021-2026 से 5 वर्ष की अवधि में 1,41,678 करोड़ रूपए के कुल वित्तीय आवंटन से कार्यान्वित किया जाएगा। भारत में बनी न्यूमोकोकल वैक्सीन अभी सिर्फ 5 राज्यों तक सीमित है, इसे पूरे देश में लागू किया जाएगा। इससे वर्ष में 50,000 से ज़्यादा बच्चों की मौत को रोका जा सकेगा।

किसानों को लेकर निर्मला सीतारमण ने कहा कि MSP बढ़ाकर उत्पादन लागत का 1.5 गुना किया गया है। सरकार किसानों की भलाई के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि किसानों को गेहूं के लिए 75,060 और दालों के लिए 10,503 करोड़ का भुगतान। धान की भुगतान राशि 1,72,752 करोड़ होने का अनुमान। कृषि उत्पादों के निर्यात में 22 और उत्पादों को शामिल किया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कपड़ा अद्योग को वर्ल्ड लेबल पर प्रतिस्पर्धी बनने के लिए पीएलआई योजना के अतिरिक्त मेगा निवेश टेक्सटाइल्स पार्क योजना लॉन्च किया जाएगा। जिसमें 3 साल के अंदर में 7 टैक्सटाईल पार्क स्थापित किए जाएंगे। 

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि 2020-21 में राजकोषीय घाटा जीडीपी का 9.5% निर्धारित किया गया है। उन्होंने कहा कि राजकोषीय घाटा जीडीपी का 6.8% होने का अनुमान है। केंद्र सरकार का लक्ष्य है की 2025-26 तक राजकोषीय घाटा जीडीपी का 4.5% तक लाया जाए।