गेहूं के निर्यात की अनुमति के बाद इस बंदरगाह पर बिना किसी बाधा के शिपिंग प्रक्रिया शुरू

    Loading

    कोलकाता: केंद्र सरकार (Central Government) ने गेहूं के निर्यात (Export of Wheat) पर लगाए प्रतिबंध में कुछ ढील देने के बाद पश्चिम बंगाल के कोलकाता में श्यामा प्रसाद मुखर्जी बंदरगाह (Syama Prasad Mookerjee Port) पर बिना किसी बाधा के गेहूं की शिपिंग प्रक्रिया चल रही है। 

    श्यामा प्रसाद मुखर्जी पोर्ट ट्रस्ट चेयरमैन विनीत सिंह बताते है कि, ‘बंदरगाह पर कोई समस्या नहीं है, पिछले साल हमने 3 लाख टन गेहूं का निर्यात किया था। इस साल हमने 90,000 टन गेहूं और 50,000 टन गेहूं बंदरगाह पर भेज दिया है। 13 मई से पहले किए गए अनुबंध के तहत गेहूं भी शिप हो रहा है। 

    निर्यात के प्रतिबंधों में ढील 

    इससे पहले आज, सरकार ने गेहूं के निर्यात को प्रतिबंधित करने वाले अपने पहले के आदेश में छूट की घोषणा की है। सरकार  ने यह निर्णय लिया कि जहां भी गेहूं की खेप 13 मई को या उससे पहले जांच के लिए सीमा शुल्क विभाग को सौंप दी गई है और उनके सिस्टम में पंजीकृत है, ऐसी खेपों को निर्यात के लिए अनुमति दी जाएगी।

    गेहूं के निर्यात पर प्रतिबंध 

    उल्लेखनीय है कि, केंद्र सरकार ने देश में खाद्य सुरक्षा स्थिति का प्रबंधन करने के लिए गेहूं के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था। साथ ही सरकार ने वैश्विक बाजार में अचानक बदलाव से प्रतिकूल रूप से प्रभावित और पर्याप्त गेहूं की आपूर्ति तक पहुंचने में असमर्थ पड़ोसी देशों की जरूरतों का समर्थन करने के लिए यह फैसला लिया था।