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    नई दिल्ली. आज आर्मी डे (Army Day) के उपलक्ष्य में सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे (General Manoj Pandey) ने कहा कि, ‘उत्तरी सीमावर्ती इलाकों में स्थिति सामान्य रही है। वहीं LAC पर मजबूत डिफेंस बरकरार रखते हुए हम किसी भी आकस्मिकता से निपटने के लिए तैयार हैं। जवानों को सभी प्रकार के हथियार, उपकरण और सुविधाएं पर्याप्त मात्रा में दी जा रही है।’

    आज उन्होंने कहा कि, पश्चिमी सीमावर्ती इलाकों में नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम बरकरार है और संघर्ष विराम के उल्लंघन में भी कटौती हुई है। लेकिन सरहद पार आतंकी इंफ्रास्ट्रक्चर अभी भी बरकरार है। जम्मू और पंजाब के अंतरराष्ट्रीय सीमा पर ड्रोन से हथियार, ड्रग की तस्करी जारी है। 

    उनका यह भी कहना था कि, “आत्मनिर्भरता से आधुनिकता हमारा मूलमंत्र होगा। भारतीय रक्षा उद्योग इन चुनौतियों के लिए आगे आ रहा है। हमें मेड इन इंडिया हथियारों, उपकरणों पर भरोसा है। कृत्रिम बुद्धिमत्ता, क्वांटम संचार, मानव रहित प्रणाली, निर्देशित ऊर्जा हथियार जैसी आला तकनीक का स्वदेशीकरण हो रहा है।”

    अग्निपथ योजना पर उन्होंने कहा कि, “इस योजना के आने से एक एतिहासिक और प्रगतिशील कदम उठाया है। हमने भर्ती प्रक्रिया को स्वचालित किया है।हमें देश के युवाओं से अच्छा प्रतिसाद मिला है। पुरुष अग्निवीर के पहले बैच की ट्रैनिंग शुरू हो चुकी है। अग्निवीरों को आगे चयन करने के लिए मजबूत प्रक्रिया विकसीत की है।”

    गौरतलब है कि इसके पहले बीते शनिवार को सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने कहा था कि, भारतीय सशस्त्र बल दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बलों में से एक है। उन्होंने कहा कि भारतीय सशस्त्र बल अत्यधिक पेशेवर हैं और भूतपूर्व सैनिकों के अदम्य साहस और उनके बलिदान के कारण यह बल दुनिया के सर्वश्रेष्ठ में शुमार है।

    वहीं तब सातवें सशस्त्र बल भूतपूर्व सैनिक दिवस कार्यक्रम के अवसर पर उन्होंने कहा था कि, भूतपूर्व सैनिकों के योगदान से प्रेरित होकर, सशस्त्र बलों के तीनों अंग ‘‘किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हैं।” तब उनके साथ वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वी आर चौधरी और नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने भी मंच साझा किया। समारोह स्थल पर सेना के तीनों अंगों के बड़ी संख्या में भूतपूर्व सैनिक भी मौजूद थे।