ARPITA
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    नई दिल्ली. पश्चिम बंगाल (West Bengal) से आ रही बड़ी खबर के अनुसार, यहां के शिक्षक भर्ती घोटाले में गिरफ्तार अर्पिता मुखर्जी (Arpita Mukherjee) ने अब बड़ा आरोप लगाया है। दरअसल उसका कहना है कि, मेरे घर से जब्त हुआ पैसा मेरा बिल्कुल भी नहीं है। इसके साथ ही उसका दावा था कि यह पैसा उसकी गौरमौजूदगी में वहां रखा गया था। पता हो कि, कुछ दिन पहले ही अर्पिता मुखर्जी के ठिकानों से करीब 50 करोड़ से ज्यादा रुपये बरामद हुए थे। इससे पहले पार्थ चटर्जी भी यही दावा कर चुके हैं कि पैसा उनका भी नहीं है और वे ‘साजिश का शिकार’ हुए हैं।

    पता हो कि बीते सोमवार को ED ने कहा था कि, घोटाले के आरोप में गिरफ्तार पार्थ चटर्जी जांच में बिल्कुल भी सहयोग नहीं कर रहे हैं। सूत्रों की मानें तो चटर्जी ने कथित स्कूल भर्ती घोटाले की जांच के संबंध में ED के ज्यादातर सवालों का जवाब नहीं दिया है। पूछताछ के दौरान अधिकतर वक्त वे चुप ही रहे। वह गिरफ्तारी के बाद से ही ED का सहयोग नहीं कर रहे हैं। 

    अब तक अर्पिता के 8 खाते फ्रीज

    इधर बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाले की जांच कर रहे ED को अर्पिता मुखर्जी के आठ बैंक खातों से आठ करोड़ रुपये के लेन-देन का पता चला है।ED इन 8 खातों को पहले ही अपनी तरफ से फ्रीज कर चुका है। अब ED इन खातों से हुए  लेन-देन का पता लगा रहे हैं। साथ ही ED उन स्रोतों का पता लगाने का प्रयास कर रही है कि इतनी बड़ी राशि किन खातों से इनके पास आई और फिर कहां-कहां भेजी गई।

    ऐसे में ED अब खातों का फोरेंसिक ऑडिट (Forensic Audit) भी करवा सकती है। वहीं फिलहाल ED के पास पार्थ चटर्जी (Partha Chatterjee) और अर्पिता मुखर्जी (Arpita Mukherjee) से जानकारी निकलवाने के लिए 3 दिन ही शेष हैं, क्योंकि रिमांड की अवधि को खत्म होने में सिर्फ 3 दिन ही शेष हैं।

    बता दें कि इस घोटाले में अर्पिता मुखर्जी के अलावा, पार्थ चटर्जी के दामाद कल्याणमय भट्टाचार्य और उनके मामा कृष्ण चंद्र अधिकारी भी जांच के दायरे में आई कंपनियों के निदेशक पाए गए हैं और आने वाले समय में इनकी भी ED सिलसिलेवार जांच कर सकती है।