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    दिल्ली: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitaraman) ने आज मोदी सरकार 2.0 का पांचवां और आखिरी बजट पेश किया। सीतारमण ने कहा कि केंद्रीय बजट 2023 अमृत युग का पहला बजट है। सीतारमण ने कहा कि महत्वपूर्ण अर्थव्यवस्थाओं में भारतीय अर्थव्यवस्था तेजी से आगे बढ़ रही है। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वैश्विक मंदी की आशंकाओं के बीच विकास को बढ़ावा देने के लिए बजट 2023-24 पेश किया। लेकिन इस बजट के बाद से सभी बड़े नेताओ के बयान सामने आये है इन को बयान में किसी ने इस बजट को फैंसी कहा तो किसी ने निल बट्टा सन्नाटा कहा। आइये देखते है कौन सी पार्टी के नेताओ ने क्या कहा….. 

    बजट देश की वास्तविक भावना को संबोधित नहीं कर रहा है जो बेरोजगारी और मूल्य वृद्धि है। उन्होंने कहा कि इसमें केवल फैंसी घोषणाएं थीं जो पहले भी की गई थीं लेकिन कार्यान्वयन के बारे में क्या? पीएम किसान योजना से केवल बीमा कंपनियों को लाभ हुआ, किसानों को नहीं। -कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगिपाल

    अमृत काल का पहला बजट लोक कल्याणकारी है, यह गरीब किसानों, आदिवासियों, दलितों, पिछड़ों, वंचितों, आर्थिक रूप से पिछड़े तथा मध्यम वर्ग को सशक्त और सक्षम बनाने वाला बजट है। यह बजट बच्चों की पढ़ाई, मध्यम वर्ग की कमाई और बुजुर्गों की भलाई पर बल देने वाला है। – BJP अध्यक्ष जे.पी. नड्डा

    ये बजट निल बट्टा सन्नाटा है, बिहार के लिए कुछ नहीं है। केंद्र में बिहार के जितने सांसद हैं उन्हें शर्म से डूब जाना चाहिए। किसानों के लिए, रेलवे के लिए कुछ नहीं है। UPA की सरकार में बिहार को जितना दिया जाता था क्या इस सरकार ने दिया? – बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, पटना

    केंद्रीय बजट राष्ट्रीय राजधानी के लोगों के साथ अन्याय करता है। उन्होंने कहा कि दिल्लीवासियों ने आयकर के रूप में 1.75 लाख करोड़ रुपये का भुगतान किया, फिर भी शहर के विकास के लिए केवल 325 करोड़ रुपये ही दिए गए। उन्होंने कहा कि यह बजट महंगाई से राहत नहीं देता, बेरोजगारी कम करने के लिए कोई मजबूत कदम नहीं है। शिक्षा बजट को 2.64 फीसदी से घटाकर 2.5 फीसदी करना दुर्भाग्यपूर्ण है। स्वास्थ्य बजट को 2.2 फीसदी से घटाकर 1.98 फीसदी करना हानिकारक है। – अरविन्द केजरीवाल, मुख्यमंत्री, दिल्ली 

    पिछले साल के बजट में कृषि, स्वास्थ्य, शिक्षा, मनरेगा और अनुसूचित जाति के कल्याण के लिए आवंटन के लिए तालियां बटोरी थीं। आज वास्तविकता स्पष्ट है। वास्तविक व्यय बजट की तुलना में काफी कम है। यह मोदी का है। हेडलाइन प्रबंधन की ओपीयूडी रणनीति—वादे से अधिक, काम पूरा करना। – कांग्रेस सांसद जयराम रमेश

    इनकम टैक्स स्लैब में बदलाव से किसी को मदद नहीं मिलेगी। – पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी 

    केंद्रीय बजट 2023 उम्मीद से बेहतर है। उन्होंने कहा कि यह एकलव्य स्कूलों, स्टार्टअप्स, नर्सिंग कॉलेजों को मजबूत करने और रोजगार सृजन पर केंद्रित है। – सांसद नवनीत राणा

    बजट अर्थव्यवस्था को संतुलन और स्थिरता प्रदान करता है। यह व्यापक आर्थिक स्थिरता पर केंद्रित है, मध्यम वर्ग को राहत दी गई है, कैपेक्स बढ़ाया गया है, हरित विकास पर ध्यान केंद्रित किया गया है, सहकारी क्षेत्र को बढ़ावा दिया गया है। – लोकसभा सांसद जयंत सिन्हा 

    यह चुनाव को ध्यान में रखते हुए पेश किया गया बजट है, जबकि मध्यम वर्ग को कुछ छूट दी गई है। सरकार ने किसानों के लिए एमएसपी के बारे में कुछ नहीं कहा है। रोजगार और युवा। इस बजट में रेलवे की भी अनदेखी की गई। यह निराशाजनक बजट रहा है। उन्होंने कहा कि बजट आने वाले 3 वर्षों पर केंद्रित है, लेकिन आज पेट्रोल और गैस महंगा हो गया है। किसानों के लिए उर्वरक पर कोई सब्सिडी नहीं, युवाओं के लिए कुछ भी नहीं और बढ़ती बेरोजगारी की घोषणा की गई है।  – सपा सांसद डिंपल यादव 

    आम आदमी को फायदा पहुंचाने के बजाय खत्म की जा रही हैं कल्याणकारी योजनाएं, सब्सिडी। – जम्मू-कश्मीर की पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती 

    यह देश की जनता के साथ विश्व की उम्मीदों को भी पूरा करने वाला बजट है। ये गरीबों का बजट है, नए भारत का संकल्प इस बजट में दिखाई देता है। भारत की अर्थव्यवस्था आज 5वें नंबर की अर्थव्यवस्था बनी है। – उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी

    अमृतकाल का पहला बजट बहुत क्रांतिकारी है, ये समाज के हर वर्ग को राहत देने वाला है। विशेषकर मध्यम वर्ग को आयकर में राहत दी गई है, जो टैक्स स्लैब बनाया गया है वो राहत देने वाला है। युवा, महिला, वरिष्ठ नागरिक सभी को इस बजट में राहत दी गई है। – हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर

    ये बजट प्रधानमंत्री के संकल्प और आत्मनिर्भर भारत के निर्माण को पूरा करने वाला बजट है। एक गौरवशाली और वैभवशाली भारत के निर्माण का बजट है। इस बजट में समाज के हर वर्ग का और हर राज्य का कल्याण निहित है।  – मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, भोपाल