CBSE

    Loading

     नई दिल्ली: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने बोर्ड परीक्षा केंद्रों को मौजूदा कोविड-19 की स्थिति और लू के मद्देनजर उचित व्यवस्था करने के बृहस्पतिवार को निर्देश जारी किए। सीबीएसई की 10वीं और 12वीं कक्षा की सेकेंड टर्म की बोर्ड परीक्षा मंगलवार को भारत और विदेशों में दो साल की महामारी से उत्पन्न व्यवधानों के बाद शुरू हुई।

    सीबीएसई परीक्षा नियंत्रक संयम भारद्वाज ने परीक्षा केंद्रों के अधीक्षकों को लिखे पत्र में कहा, ‘‘बोर्ड ने कोविड-19 के प्रसार से बचने के लिए उचित व्यवस्था करने के लिए परीक्षा के दिन के लिए 5,000 रुपये और प्रति दिन प्रति उम्मीदवार 5 रुपये का भुगतान किया है, यह अनुरोध किया जाता है कि परीक्षा केंद्र पर केंद्र अधीक्षकों को दिये गए दिशा-निर्देशों और संबंधित राज्य सरकार के निर्देशानुसार पूरी व्यवस्था की जाए और कोविड-19 ​​​प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन किया जाए।”

    उन्होंने कहा, ‘‘सीबीएसई ने पीने योग्य पानी उपलब्ध कराने के लिए प्रति उम्मीदवार प्रति दिन 2 रुपये का भुगतान करने का भी फैसला किया है, इसलिए परीक्षा केंद्र पर पीने के पानी की उचित व्यवस्था की जाए। मामले में व्यवस्था करने के लिए आपके व्यक्तिगत हस्तक्षेप से छात्रों एवं कर्मचारियों का बेहतर स्वास्थ्य बनाए रखने में मदद मिलेगी।”

    चल रही बोर्ड परीक्षाओं में, प्रत्येक कक्षा में अनुमेय छात्रों की संख्या 18 तक सीमित कर दी गई है और स्कूलों को कोविड-19 से पीड़ित छात्रों को अलग कमरे उपलब्ध कराने के लिए कहा गया है। भारद्वाज ने कहा, ‘‘सीबीएसई ने भारत और 26 देशों में परीक्षाओं के संचालन के लिए विस्तृत व्यवस्था की है। चूंकि परीक्षाएं कोविड-19 के बाद आयोजित की जा रही हैं, बोर्ड ने इसके सुचारू संचालन के लिए सभी व्यवस्थाएं की हैं। कोविड के कारण, ये परीक्षाएं अप्रैल, मई और जून 2022 में आयोजित की जा रही हैं।”

    कक्षा 10वीं की बोर्ड परीक्षा 7,406 केंद्रों पर आयोजित की जा रही है, जबकि कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षा 6,720 परीक्षा केंद्रों पर आयोजित की जा रही है। राष्ट्रीय राजधानी में कई स्थानों पर तापमान के 45 डिग्री के करीब पहुंचने के साथ, भारत का बड़ा हिस्सा भीषण गर्मी की चपेट में हैं। आने वाले दिनों में लू के और घातक होने की आशंका जताई जा रही है।  भारत में बृहस्पतिवार को कोविड-19 के 3,303 नये मामले सामने आये जबकि संक्रमण से 39 और मरीजों की मौत हो गई। 46 दिनों के बाद दैनिक संक्रमणों की संख्या 3,000 से अधिक दर्ज की गई। (एजेंसी )