चंडीगढ़: वारिस पंजाब दे प्रमुख अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) की गिरफ़्तारी पर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान (Bhagwant Mann) ने कहा कि मेरे पास कल रात पूरी सूचना आ गई थी। मैं पूरी रात नहीं सो पाया था। मैं हर 15-30 मिनट में जानकारी लेता रह रहा था क्योंकि मैं नहीं चाहता था कि कोई क़ानून-व्यवस्था की स्थिति बन जाए। उन्होंने कहा कि आज अमृतपाल सिंह 35 दिन बाद गिरफ़्तार हुआ है। जो लोग देश की अमन-शांति, क़ानून को तोडने की कोशिश करेंगे सिर्फ उनके ख़िलाफ़ क़ानूनी कार्रवाई होगी। मैं 3.5 करोड़ पंजाब वासियों को धन्यवाद देता हूं कि उन्होंने अमन-शांति को भंग नहीं होने दी।
दूसरी ओर पंजाब के बठिंडा शहर (Bathinda city) में पुलिस ने फ्लैग मार्च निकाला। एसपी बठिंडा गुरविंदर सिंह ने बताया कि पहले भी हम फ्लैग मार्च निकालते रहे हैं। स्थिति सामान्य और शांतिपूर्ण है। पुलिस कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है। शहर के हर कोने तक हम पहुंच रहे हैं। ‘वारिस पंजाब दे’ के प्रमुख अमृतपाल सिंह मोगा को गिरफ़्तार कर डिब्रूगढ़ जेल लाया गया।
मेरे पास कल रात पूरी सूचना आ गई थी। मैं पूरी रात नहीं सो पाया था। मैं हर 15-30 मिनट में जानकारी लेता रह रहा था क्योंकि मैं नहीं चाहता था कि कोई क़ानून-व्यवस्था की स्थिति बन जाए: 'वारिस पंजाब दे' के प्रमुख अमृतपाल सिंह की गिरफ़्तारी पर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान pic.twitter.com/ybmmRCY3cu
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 23, 2023
अमृतपाल सिंह के पिता तरसेम सिंह ने कहा कि अमृतसर हमें टीवी के माध्यम से पता चला की अमृतपाल ने खुद को पेश किया। अगर सरेंडर करने की बात होती तो वह इधर भी किया जा सकता था लेकिन जो ड्रामा होना था वह हो गया। हमें मान महसूस हो रहा है कि उसने सिख रूप में सरेंडर किया। हम केस लड़ेंगे क्योंकि वह कौम के लिए काम कर रहा था। वह नशे के ख़िलाफ़ काम कर रहा था, लोगों को बचाने का काम कर रहा था। जो नौजवानों को बचा रहा था सरकार उसको बदनाम कर रही है। सरकार नशा खत्म करने वाले को खत्म कर रही है।
कट्टरपंथी उपदेशक अमृतपाल सिंह को रविवार सुबह पंजाब के मोगा से गिरफ्तार कर लिया गया। उसे एक विशेष विमान रविवार को असम के डिब्रूगढ़ हवाई अड्डे पहुंचा, जहां से खालिस्तान समर्थक अलगाववादी को केंद्रीय कारागार ले जाया गया। अधिकारियों ने बताया कि पंजाब पुलिस ने रविवार सुबह सिंह को गिरफ्तार किया था, जिसके बाद उसे पंजाब के बठिंडा से विशेष विमान के जरिए यहां लाया गया।