PM Narendra Modi
पीएम नरेंद्र मोदी (PTI Photo)

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नवभारत डिजिटल टीम: कांग्रेस (Congress) ने सोमवार (18 मार्च) को चुनाव आयोग (Election Commission) से पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के खिलाफ शिकायत दर्ज की है। कांग्रेस ने आयोग को लिखे पत्र में आचार संहिता का उल्लंघन (Code of Conduct Violation ) करने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई करने की मांग की है। तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ नेता जी निरंजन (G Niranjan) ने इस बारे में निर्वाचन आयोग से शिकायत की है।

चुनावी आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन

कांग्रेस नेता ने मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार को लिखे पत्र में कहा है कि राहुल गांधी ने बुरी शक्तियों के खिलाफ जंग की बात की थी, लेकिन प्रधानमंत्री के पद पर रहने के बावजूद नरेंद्र मोदी ने इसे धार्मिक मोड़ दे दिया है। उन्होंने लोगों की भावनाओं को‌ भड़काने की कोशिश की। यह चुनावी आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है। कांग्रेस ने चुनाव आयोग से मांग की है कि पीएम मोदी को इस तरह से सांप्रदायिक सद्भाव बिगड़ने के लिए चीजों को तोड़ मरोड़कर पेश करने से रोका जाए।

राजा की आत्मा ईवीएम में 

राहुल गांधी ने रविवार को ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के समापन के अवसर पर मुंबई के शिवाजी पार्क में आयोजित एक रैली में कहा था, ‘‘हिन्दू धर्म में शक्ति शब्द होता है। हम शक्ति से लड़ रहे हैं…एक शक्ति से लड़ रहे हैं। अब सवाल उठता है कि वह शक्ति क्या है? जैसे किसी ने यहां कहा कि राजा की आत्मा ईवीएम में है। सही है…सही है कि राजा की आत्मा ईवीएम में है… हिंदुस्तान की हर संस्था में है। ईडी में है, सीबीआई में है, आयकर विभाग में है।”   

‘शक्ति’ के विनाश का बिगुल

इसको लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन पर मुंबई की रैली में ‘शक्ति’ के विनाश का बिगुल फूंकने का आरोप लगाते हुए सोमवार को कहा कि उनके लिए हर मां-बेटी ‘शक्ति’ का स्वरूप है और वह उनके लिए अपनी जान की बाजी लगा देंगे। तेलंगाना के जगतियाल में एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव में लड़ाई ‘शक्ति के विनाशकों’ और ‘शक्ति के उपासकों’ के बीच है तथा चार जून को स्पष्ट हो जाएगा कि कौन ‘शक्ति’ का विनाश करने वाले हैं और किसे ‘शक्ति’ का आशीर्वाद प्राप्त है।   

शक्ति का मुखौटा मोदी जी

राहुल गांधी ने सोमवार को ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘मोदी जी को मेरी बातें अच्छी नहीं लगतीं, किसी न किसी तरह उन्हें घुमाकर वह उनका अर्थ हमेशा बदलने की कोशिश करते हैं क्योंकि वह जानते हैं कि मैंने एक गहरी सच्चाई बोली है। जिस शक्ति का मैंने उल्लेख किया, जिस शक्ति से हम लड़ रहे हैं, उस शक्ति का मुखौटा मोदी जी हैं। ” उन्होंने कहा, ‘‘वह एक ऐसी शक्ति है जिसने आज, भारत की आवाज को, भारत की संस्थाओं को, सीबीआई, आयकर विभाग, ईडी, चुनाव आयोग, मीडिया, भारत के उद्योग जगत, और भारत के समूचे संवैधानिक ढांचे को ही अपने चंगुल में दबोच लिया है।”