नई दिल्ली. आज ‘अग्निपथ’ योजना (Agneepath Scheme) के खिलाफ उग्र प्रदर्शनों को लेकर रक्षा मंत्रालय में भारी हलचल दिख रही थी। वहीं आज रविवार सुबह रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने उच्चस्तरीय बैठक की है। इसमें तीनों सेनाओं के प्रमुख मौजूद रहे थे। वहीं अभी दोपहर को तीनों सेनाओं की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस भी हुई। दरअसल आज तीनों फोर्सेज की तरफ से युवाओं के मन में जो सवाल हैं, उनके जवाब देने की कोशिश हो रही है
#WATCH | Ministry of Defence briefs the media on Agnipath recruitment scheme https://t.co/JRgzkQyuOn
— ANI (@ANI) June 19, 2022
आज दोपहर को प्रेस कॉन्फ्रेंस में थल सेना की ओर लेफ्टिनेंट जनरल बंसी पोनप्पा, नौसेना की तरफ से वाइस एडमिरल दिनेश त्रिपाठी और एयरफोर्स की ओर से एयर मार्शल सूरज झा मौजूद थे। आज रक्षा मंत्रालय की ओर से ले। ज। अनिल पुरी बात रखते हुए कहा कि, “हर साल लगभग 17,600 लोग तीनों सेवाओं से समय से पहले सेवानिवृत्ति ले रहे हैं। किसी ने कभी उनसे यह पूछने की कोशिश नहीं की कि वे सेवानिवृत्ति के बाद वे क्या करेंगे।” उन्होंने साथ ही कहा कि, हमें डिमॉग्रैफिक डिविडेंड का फायदा उठाना चाहिए। सेना में युवाओं की जरूरत है। युवाओं में जोश और जज्बा भी होता है।
‘Agniveers’ will get a compensation for Rs 1 crore if he sacrifices his life in service of the nation: Lt Gen Anil Puri https://t.co/p4navR0VRZ pic.twitter.com/Z9Pj58L9Ew
— ANI (@ANI) June 19, 2022
इसके साथ ही ले.जनरल अनिल पुरी ने कहा, “ऐमजॉन-फ्लिपकार्ट का नाम आपने आज सुना है।।। हम जब से खड़े हुए हैं, तब से यही कर रहे है। बस हम पैकेट की जगह बम लेकर चलते हैं।” साथ ही उन्होंने कहा कि, “आज जवान को जो पे-अलाउंस मिल रहे हैं, अग्निवीर को उससे ज्यादा भी दिए जाएंगे।” एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि, ‘अग्निपथ’ योजना के खिलाफ उग्र प्रदर्शनों को कोचिंग संचालकों ने हवा दी है ।
उन्होंने बताया कि, IAF में 24 जून से भर्ती प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। इस बाबत ऑनलाइन नोटिफिकेशन उस दिन जारी की जाएगी। एक महीने बाद, 24 जुलाई से फेज 1 एग्जाम की प्रक्रिया शुरू होगी। वहीं दिसंबर के अंत तक अग्निवीरों के पहले बैच को एनरोल कर लेंगे। 30 दिसंबर से पहले बैच की ट्रेनिंग शुरू हो जाएगी।
इसी के दौरान पुरी ने अहम बात कही कि जिन लोगों ने विरोध-प्रदर्शनों में हिस्सा लिया, उन्हें अग्निपथ का हिस्सा बनने नहीं दिया जाएगा। अब युवाओं को एक हलफनामा देना होगा कि उसने किसी विरोध, प्रदर्शन में कभी कोई हिस्सा नहीं लिया है।