CM Nitish Kumar

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पटना: बिहार (Bihar) के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने जातिगत जनगणना (Caste Census) के आंकड़े जारी कर एक बड़ा सियासी दांव चला है। इस पर नीतीश कुमार के सहयोगी पार्टियों के साथ-साथ दूसरे राजनीतिक पार्टियों के नेताओं का भी रिएक्शन आना शुरू हो गया है। आइये देखते हैं किसने क्या कहा 

कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने ये कहा
बिहार में नीतीश सरकार द्वारा जातीगत जनगणना की रिपोर्ट जारी करने पर कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने समर्थन जताया है। उन्होंने कहा कि हम तो हमेशा से इसके यानि कि जातिगत जनगणना के पक्षधर रहे हैं। मध्य प्रदेश में सरकार बनने पर हम जातिगत जनगणना कराएंगे।

नीतीश कुमार को सलाम
JDU नेता के. सी. त्यागी ने कहा कि कर्पूरी ठाकुर और वी.पी. सिंह के बाद पिछड़े और अतिपिछड़े वर्ग के सर्वाधिक लोकप्रिय नेता के रूप में नीतीश कुमार उभरे हैं। आज साबित हुआ है कि वे पिछड़ा वर्ग 63% हैं। हम नीतीश कुमार को सलाम करते हैं और चाहते हैं कि देश में घूमकर जनता को आंदोलित करें जिससे हर राज्य को जातीगत जनगणना करानी पड़े। यह अगले चुनाव के लिए एजेंडा तय हुआ है।

रिपोर्ट में कुछ नयापन नहीं
बिहार सरकार द्वारा जातीय जनगणना की रिपोर्ट जारी किए जाने पर बिहार में नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने कहा कि रिपोर्ट में कुछ नयापन नहीं है। जो अनुमान था वही है। आप जो बता रहे हैं वह लगभग सबको पता है। इसमें जब तक पिछड़े लोगों के क्षेत्र के हिसाब से कुछ विस्तृत आता है तब पता चलेगा कि गणना की सच्चाई क्या है। बिहार का कितना कल्याण और उत्थान हुआ? चुनाव के समय अब यह कौन सा चमत्कार करेंगे यह हर समाज के लोग समझते हैं। इनके पास ना वीजन, ना नीति और ना ही नियत है।

बीजेपी बोली आधी-अधूरी रिपोर्ट
बिहार सरकार द्वारा जातीय जनगणना की रिपोर्ट जारी करने पर बिहार भाजपा अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि मैं नीतीश कुमार को बार-बार कह रहा था कि रिपोर्ट जल्द जारी करें। यह आधी-अधूरी रिपोर्ट है, अभी भाजपा पूरी रिपोर्ट देखेगी, जांच करेगी और फिर अपना विस्तृत बयान देगी। यह आधा-अधूरा है, जो आर्थिक, सामाजिक रूप से पिछड़े वर्ग हैं उसका तो रिपोर्ट ही नहीं है। अभी सिर्फ जातियों की गणना नीतीश कुमार ने बताई है लेकिन किस तकनीक से यह किया गया उसकी रिपोर्ट हम लेंगे। लालू जी की आदत जातिय उन्माद फैलाने की रही है। भाजपा शुरू से जातिय सर्वेक्षण की समर्थक रही है।