NITI Aayog is studying the 'unintended' economic impact of NGT decisions by court

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नई दिल्ली: नीति आयोग के CEO बीवीआर सुब्रमण्यम (BVR Subramaniam) ने शनिवार को कहा कि आयोग ने मुंबई, सूरत, वाराणसी और विशाखापट्टनम के आर्थिक रूपांतरण और 2047 तक भारत को एक विकसित अर्थव्यवस्था बनने में मदद करने के लिए एक योजना तैयार की है। उन्होंने कहा कि आयोग की योजना 20-25 और शहरों की आर्थिक योजना तैयार करने की है, क्योंकि वे आर्थिक गतिविधियों के केंद्र हैं। 

भारत को 2047 तक 30 लाख करोड़ डॉलर की विकसित अर्थव्यवस्था बनाने के लिए नीति आयोग द्वारा एक दृष्टिपत्र तैयार किया जा रहा है और इसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा जारी किया जाएगा। सुब्रमण्यम ने यहां एक कार्यक्रम में कहा कि नीति आयोग ने मुंबई, सूरत, वाराणसी और विशाखापट्टनम के आर्थिक बदलाव के लिए योजना तैयार की है।

पिछले साल महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने नीति आयोग के अधिकारियों के साथ एक बैठक की थी, जिसमें 2030 तक मुंबई महानगरीय क्षेत्र (MMR) की जीडीपी को 300 अरब डॉलर तक ले जाने के लिए जरूरी कदमों पर चर्चा की गई थी। सुब्रमण्यम ने कहा कि केंद्र ने 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने के अपने दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने के लिए 11 दिसंबर को देश के युवाओं के विचार मांगे थे।

बीवीआर सुब्रमण्यम ने कहा कि अब तक हमें भारत के युवाओं से 10 लाख से अधिक विस्तृत सुझाव प्राप्त हुए हैं। हम कृत्रिम मेधा (AI) का उपयोग करके उन पर काम कर रहे हैं। यह प्रक्रिया विश्वविद्यालयों और अन्य शैक्षणिक संस्थानों के माध्यम से आयोजित की गई थी। (एजेंसी)