गूगल ने डूडल के जरिए एक एनिमेटेड वीडियो बनाया है।
नई दिल्ली, दुनिया के महान वैज्ञानिकों में से एक स्टीफन हॉकिंग के 80 वें (Stephen Hawking 80th Birthday) जन्मदिन पर गूगल (Google) ने आज खास डूडल (Doodle) बनाया है। गूगल हमेशा खास दिनों डूडल के जरिए सेलिब्रेट करता है। वहीं, आज यानी 8 जनवरी को स्टीफन हॉकिंग का जन्मदिन है। इस खास दिन को और खास बनाने के लिए गूगल ने बेहद स्पेशल डूडल बनाया है। गूगल ने डूडल के जरिए एक एनिमेटेड वीडियो बनाया है। गूगल ने इस वीडियो के जरिये ब्रह्मांड विज्ञानी और भौतिक विज्ञानी स्टीफन हॉकिंग की श्रद्धांजलि दी है।
इस डूडल वीडियो में भौतिकविदों की अपनी कंप्यूटर जनित आवाज है, और कंपनी ने कहा कि इसका इस्तेमाल हॉकिंग संपत्ति से अनुमति लेने के बाद ही किया गया है। इस वीडियो में यह भी दिखाया गया है कि इस ब्रह्मांड में हॉकिंग का क्या योगदान है और कैसे न्यूरोडीजेनेरेटिव बीमारी के साथ उन्होंने अपना जीवन बिताया है। गूगल के इस डूडल वीडियो में यह भी दिखाया कि कैसे स्टीफन हॉकिंग 21 साल की उम्र में एक न्यूरोडीजेनेरेटिव बीमारी से पीड़ित होने के बावजूद वह ब्रह्मांड के सबसे बड़े रहस्यों को जानने और इसकी जानकारी लोगों तक पहुंचाने के उत्सुक था।
स्टीफन हॉकिंग का जन्म 8 जनवरी 1942 में हुआ था। उन्हें मोटर न्यूरॉन नाम की बीमारी थी। वह 21 साल की उम्र में ही इस भयानक बीमारी की चपेट में आ गए थे। इस बीमारी से मनुष्य का नर्वस सिस्टम धीरे-धीरे खत्म हो जाता है और शरीर के मूवमेंट करने और कम्यूनिकेशन पावर समाप्त हो जाती है। डॉक्टरों ने यह भी कहा था कि वो दो साल से ज्यादा नहीं जी पाएंगे। लेकिन 50 से ज्यादा साल जीने के दौरान हॉकिंग ने अपने डॉक्टरों की भविष्यवाणी को गलत साबित कर दिया था। बता दें कि, स्टीफन हॉकिंग के दिमाग को छोड़कर उनके शरीर का कोई भी भाग काम नहीं करता था। शारीरिक अक्षमता के बावजूद दुनिया के सबसे बड़े वैज्ञानिकों में थे।
इनके ब्लैक होल के साथ अग्रणी काम ने कैम्ब्रिज को उन्हें गणित के लुकोसियन प्रोफेसर नियुक्त करने के लिए प्रेरित किया था। स्टीफन हॉकिंग अपने इस बात के लिए जाने जाते है कि ब्रह्मांड कैसे काम करता है और इसी जिज्ञासा ने उन्हें एक नया नाम भी दिया है ‘आइंस्टीन’ जिससे वह आज दुनिया में जाने जाते हैं। बता दें कि हॉकिंग का 4 मार्च 2018 को 76 साल की उम्र में निधन हुआ।