Pinaka Mk-I (Enhanced) Rocket System (EPRS) &Pinaka Area Denial Munition (ADM) rocket systems were successfully flight tested at Pokhran Range.

    Loading

    नई दिल्ली. रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने शनिवार को पिनाका एमके-I एन्हांस्ड रॉकेट सिस्टम (Pinaka Mk-I Enhanced Rocket System- EPRS) और पिनाका एरिया डेनियल मुनिशन रॉकेट सिस्टम (Pinaka Area Denial Munition, ADM Rocket Systems) का पोखरण रेंज में सफल परीक्षण किया। DRDO ने बताया बताया कि पिछले पखवाड़े के दौरान विभिन्न रेंजों से कुल 24 ईपीआरएस रॉकेट दागे गए और आवश्यक सटीकता और निरंतरता हासिल की गई।

    Pinaka Mk-I एक अपग्रेटेड रॉकेट सिस्टम है जिसका कई बार सफल परीक्षण किया जा चुका है। DRDO की प्रौद्योगिकी पर इन रॉकेट सिस्टम्स को विकसित किया गया है। Pinaka Mk-I रॉकेट सिस्टम की मारक क्षमता लगभग 45 किलोमीटर है। जबकि, Pinaka-II रॉकेट सिस्टम की मारक क्षमता 60 किलोमीटर है। इस रॉकेट सिस्टम को DRDO की दो प्रयोगशालाओं आयुध उच्च ऊर्जा सामग्री अनुसंधान प्रयोगशाला (एचईएमआरएल) और अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठान (एआरडीई) ने संयुक्त रूप से डिजाइन किया है।

    उधर पाकिस्तान की सेना ने भी आज सतह से सतह पर मार करने वाली मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल शाहीन-तीन का सफल उड़ान परीक्षण किया। यह मिसाइल 2,750 किलोमीटर तक के लक्ष्य पर निशाना साध सकती है जिसकी जद में भारत के कई शहर आते हैं।

    सेना की मीडिया इकाई ‘इंटर सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस’ ने एक बयान में कहा, “परीक्षण उड़ान का उद्देश्य हथियार प्रणाली के विभिन्न डिजाइन और तकनीकी मानकों का पुन: सत्यापन करना था।”

    ‘डॉन’ अखबार के मुताबिक शाहीन-तीन मिसाइल की मारक क्षमता 2,750 किलोमीटर तक है। भारत के पूर्वोत्तर और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के सबसे दूर के बिंदु तक पहुंचने में यह सक्षम है। यह मिसाइल ठोस ईंधन और पोस्ट-सेपरेशन एल्टीट्यूड करेक्शन (पीएसएसी) प्रणाली से लैस है। (एजेंसी इनपुट के साथ)