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इंटरनेशनल एक्सपर्ट अर्नोल्ड डिक्स

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उत्तरकाशी: जहां एक तरफ महत्वाकांक्षी चारधाम सड़क परियोजना के तहत यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर बन रही साढ़े चार किलोमीटर लंबी सिलक्यारा सुरंग (Silkyara tunnel)  का एक हिस्सा ढहने से उसके अंदर काम कर रहे 41 श्रमिक बीते 12 नवंबर को फंस गए। फिलहाल इन्हें निकाले जाने के लिए युद्धस्तर पर बचाव और राहत अभियान जारी है। 

वहीँ अब मामले की सघनता को देखते हुए इंटरनेशनल टनलिंग अंडरग्राउंड स्पेस के अध्यक्ष प्रोफेसर अर्नोल्ड डिक्स (Arnold Dix) उत्तरकाशी में सिल्क्यारा सुरंग पहुंचे हैं। यहां फंसे हुए पीड़ितों को बाहर निकालने के लिए चल रहे बचाव अभियान का भी उन्होंने अवलोकन किया है।

घटना बाबत अंतरराष्ट्रीय टनलिंग विशेषज्ञ अर्नोल्ड डिक्स ने आज कहा कि, “सुरंग के अंदर क्या हो रहा है, इसके बारे में हम जानते हैं। हम उन 41 लोगों को बचा रहे हैं और ऐसा करते समय हम किसी को भी चोट नहीं पहुंचने देंगे। यह किसी भी जटिल काम की तरह है जहां हमें ऊपर से नीचे तक चारों ओर देखना होता है। यहां टीम बचाव पर इतना ध्यान केंद्रित कर रही है कि किसी और को चोट न पहुंचे। फिलहाल, यह मुझे सकारात्मक दिख रहा है। हम सभी एक टीम हैं और पूरी दुनिया हमारे साथ है।”

प्रोफेसर अर्नोल्ड डिक्स ने बताया, “कल से बहुत सारा काम किया जा चुका है। यह बहुत महत्वपूर्ण है कि हम न केवल उन्हें(श्रमिकों) बचाएं बल्कि यह भी जरूरी है कि हम जिन श्रमिकों को बचा रहे हैं वह सुरक्षित रहे।”

बताते चलें की प्रधानमंत्री मोदी ने आज यानी सोमवार को एक बार फिर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से फोन पर बात करके उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में निर्माणाधीन सिल्क्यारा सुरंग में फंसे श्रमिकों को सुरक्षित निकालने के लिए जारी बचाव और राहत कार्यों के बारे में जानकारी ली है। प्रधानमंत्री ने फंसे श्रमिकों का मनोबल बनाए रखने की जरूरत पर भी भरपूर जोर दिया है।