नई दिल्ली/रांची: झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के विधायक दल के नेता चंपई सोरेन (Champai Soren) ने शुक्रवार को झारखंड (Jharkhand) के मुख्यमंत्री (Chief Minister) पद की शपथ ग्रहण की। राज्यपाल सी.पी. राधाकृष्णन ने उन्हें यहां राजभवन में पद की शपथ ग्रहण कराई। चंपई सोरेन के अलावा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आलमगीर आलम और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) नेता सत्यानंद भोक्ता ने राज्य के मंत्रियों के रूप में शपथ ली।
#WATCH | Ranchi | Jharkhand Governor C.P. Radhakrishnan meets new CM of the state Champai Soren and newly sworn-in ministers Alamgir Alam and Satyanand Bhokta.
Leaders of the ruling alliance in the state also meet the Governor. pic.twitter.com/xwgZTHQ72J
— ANI (@ANI) February 2, 2024
शपथ ग्रहण समारोह राजभवन के दरबार हॉल में आयोजित किया गया और इस अवसर पर झामुमो के नेतृत्व वाले गठबंधन के वरिष्ठ नेता उपस्थित थे। आदिवासी नेता चंपई सोरेन (67) राज्य के 12वें मुख्यमंत्री हैं। वह झारखंड के कोल्हान क्षेत्र से छठे मुख्यमंत्री हैं। कोल्हान क्षेत्र में पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम और सरायकेला-खरसावां जिले हैं।
#WATCH | Jharkhand Congress & JMM MLAs leave for Hyderabad from Ranchi, Banna Gupta says, “You will witness our strength on the Floor (of the House).”
JMM’s Champai Soren has taken oath as Jharkhand CM after ED arrested Hemant Soren. pic.twitter.com/Dfut3r0yea
— ANI (@ANI) February 2, 2024
वहीं शपथ ग्रहण के बाद झारखंड के मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने कहा, “आज झारखंड में मुझे जो दायित्व मिला… यहां के सर्वांगिण विकास के लिए हेमंत सोरेन ने जो काम शुरु किए हैं उसे हमें पूरा करना है। जनता के आशा, आकांक्षा के अनुरूप हम काम करेंगे… हमारी सरकार झारखंड के सभी वर्ग, समुदाय के लिए काम करेगी।”
#WATCH | Ranchi | New CM of Jharkhand, Champai Soren says, “…Hemant Soren worked for the all-round development of the tribals. I will speed up the work started by him, we will complete the work on time towards meeting the aspirations of people. Opposition’s attempt to create… pic.twitter.com/b9MEjOJris
— ANI (@ANI) February 2, 2024
झारखंड की मुख्यमंत्री चंपई सोरेन की शपथ के बाद अब जेएमएम, कांग्रेस और आरजेडी के विधायकों को हैदराबाद शिफ्ट करने की तैयारी चल रही है। ज्यादातर विधायक बस से एयरपोर्ट पहुंचे हैं। चंपई सोरेन पांच फरवरी को विधानसभा में बहुमत साबित करेंगे। हैदराबाद से उसी दिन विधायकों को बुलाया जा सकता है। बस में हेमंत सोरेन के भाई बसंत सोरेन भी मौजूद हैं।
चंपई सोरेन को राज्यपाल ने बृहस्पतिवार को मुख्यमंत्री नियुक्त किया था। उससे पहले चंपई सोरेन ने राज्यपाल से सरकार बनाने के उनके दावे को जल्द से जल्द स्वीकार करने का आग्रह किया था, क्योंकि राज्य में ‘भ्रम’ की स्थिति बनी हुई थी और प्रदेश में कोई मुख्यमंत्री नहीं था। यह स्थिति बुधवार को हेमंत सोरेन के इस्तीफे के बाद से राज्य में मुख्यमंत्री न होने की वजह से थी और इसके कारण राजनीतिक संकट गहरा गया था।
कांग्रेस की प्रदेश इकाई के प्रमुख राजेश ठाकुर ने कहा कि चंपई सोरेन को अपनी सरकार का बहुमत साबित करने के लिए 10 दिन का समय दिया गया है। कांग्रेस राज्य में झामुमो-नीत गठबंधन की सहयोगी पार्टी है। इससे पहले चंपई सोरेन ने कहा था, ‘‘हम एकजुट हैं। हमारा गठबंधन मजबूत है, इसे कोई तोड़ नहीं सकता।”