बसंत कुमार (पीटीआई फोटो)
बसंत कुमार (पीटीआई फोटो)

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रांची: झारखंड में शुक्रवार (16 फरवरी) को कैबिनेट विस्तार (Jharkhand Cabinet Expansion) हुआ। इसके कुछ देर बाद ही चंपई कैबिनेट में विभागों का भी बंटवारा हो गया है। सूबे के सीएम चंपई सोरेन (Champai Soren) के पास तीन विभाग की जिम्मेदारी है। यही नहीं उनके पास ऐसे विभाग है जो किसी को नहीं दिए गए। जबकि, पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) के छोटे भाई बसंत सोरेन (Basant Soren) को तीन विभाग दिए गए हैं। इनमें पथ निर्माण विभाग, भवन निर्माण विभाग और जल संसाधन विभाग शामिल हैं। 

जनजाति से आने वाले बिरुआ को अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, ओबीसी कल्याण और परिवहन मंत्रालय दिया गया है। हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली पिछली सरकार में आबकारी मंत्री रहीं बेबी देवी को महिला एवं बाल विकास और समाज कल्याण विभाग दिया गया। देवी ने अपने पति जगन्नाथ महतो की मृत्यु के बाद 2023 में डुमरी उपचुनाव लड़ा था। रामेश्वर उरांव के विभाग में कोई बदलाव नहीं हुआ। उनके पास वित्त, योजना, वाणिज्यिक कर और खाद्य और नागरिक आपूर्ति विभाग की जिम्मेदारी है।

जानें किसे मिल कौन सा विभाग?

चम्पई सोरेन, मुख्यमंत्री

  • कार्मिक, प्रशासनिक सुधार तथा राजभाषा विभाग।
  • गृह (कारा सहित) विभाग।
  • मंत्रिमंडल सचिवालय एवं निगरानी विभाग (संसदीय कार्य रहित) तथा वैसे सारे विभाग जो अन्य मंत्रियों को आवंटित नहीं हैं।

आलमगीर आलम, कांग्रेस

  • ग्रामीण विकास विभाग।
  • ग्रामीण कार्य विभाग।
  • पंचायती राज विभाग।

सत्यानंद भोक्ता, आरजेडी

  • श्रम, नियोजन, प्रशिक्षण एवं कौशल विकास विभाग।
  • उद्योग विभाग।

रामेश्वर उरांव, कांग्रेस

  • वित्त विभाग।
  • योजना एवं विकास विभाग।
  • वाणिज्य कर विभाग।
  • खाद्य, सार्वजनिक वितरण एवं उपभोक्ता मामले विभाग।

बन्ना गुप्ता

  • स्वास्थ्य
  • आपदा प्रबंधन मंत्रालय 

बादल पत्रलेख

कृषि एवं पशुपालन

हफीजुल हसन 

  • अल्पसंख्यक कल्याण
  • पर्यटन, खेल और युवा मामले विभाग

दो फरवरी को चंपई बने झारखंड के सीएम 

दो फरवरी को चंपई सोरेन (67) ने राज्य के 12वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली, जबकि वरिष्ठ कांग्रेस नेता आलमगीर आलम और राजद नेता सत्यानंद भोक्ता ने मंत्री पद की शपथ ली। झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के तुरंत बाद 31 जनवरी को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार कर लिया था।  राज्य में 81 सदस्यीय विधानसभा में झामुमो के नेतृत्व वाले गठबंधन के 47 विधायक हैं। इनमें झामुमो के 29, कांग्रेस के 17 और राष्ट्रीय जनता दल का एक विधायक है।