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नई दिल्ली: दिल्ली में विपक्षी दलों (Opposition parties) ने राज्य सभा एलओपी और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) के संसद कक्ष में बैठक की। आज फिर संसद में अडानी मामले (Adani case) में  जेपीसी जाँच को लेकर हंगामा हो सकता है। कांग्रेस के राज्यसभा सांसद प्रमोद तिवारी (Pramod Tiwari) ने “अडानी समूह के व्यावसायिक हितों को बढ़ावा देने में सरकार की भूमिका की जांच करने के लिए एक जेपीसी गठित करने की आवश्यकता” पर चर्चा करने के लिए नियम 267 के तहत व्यावसायिक नोटिस का निलंबन दिया।

वहीं कांग्रेस सांसद रंजीत रंजन ने कॉर्पोरेट धोखाधड़ी के आरोपों की जांच के लिए एक संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) का गठन करने में सरकार की विफलता पर चर्चा करने के लिए नियम 267 के तहत राज्यसभा में व्यापार नोटिस का निलंबन दिया। कांग्रेस सांसद शक्तिसिंह गोहिल ने राज्य सभा में नियम 267 के तहत व्यावसायिक नोटिस का निलंबन दिया है। कांग्रेस सांसद का मुद्दा है कि किरण पटेल को किस आधार पर Z+ सुरक्षा प्रदान किया गया  है। उन्हें उन क्षेत्रों में जाने की अनुमति दी गई जहां अन्य नागरिकों को जाने की अनुमति नहीं है।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा 46 दिन पहले समाप्त हुई और अब वे पूछ रहे हैं कि वह (राहुल गांधी) वहां किससे मिले थे। हजारों लोगों ने उनसे मुलाकात की और अपनी समस्याएं साझा कीं। अब वे (दिल्ली पुलिस) उन्हें पहचानने के लिए कह रहे हैं। वे हमें कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन हम डरने वाले नहीं हैं। हम मजबूती से खड़े रहेंगे।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि जो मुद्दे हम उठा रहे हैं उससे भटकाने की कोशिश हो रही है। भारत जोड़ो यात्रा 46 दिन पहले पूरी हो गई। पुलिस अब सवाल कर रही है कि यात्रा में कौन मिला? यात्रा में लाखों लोग जुड़े थे। भाषण जम्मू-कश्मीर में दिया गया था। अगर वे मौका देंगे तो वह (राहुल गांधी) बोलेंगे। अगर लोकतंत्र में हमें बोलने नहीं दिया जाएगा तो यह कैसे चलेगा? उन्होंने कहा कि यात्रा के दौरान यानि कन्याकुमारी से कश्मीर तक मुझे लोगों ने अपनी समस्या सुनाई। राहुल गांधी को निशाना बनाने की कोशिश की जा रही है। हमने कल के लिए समय मांगा है अगर बोलने दिया गया तो जरूर बोलेंगे। लोकतंत्र में ये बोलने भी नहीं देते।