MODI-MAMTA

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नई दिल्ली/कोलकाता: बीते शुक्रवार 2 फरवरी से पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (CM Mamta Banerjee)  ने एक बार फिर केंद्र सरकार के खिलाफ अपना मोर्चा खोल दिया है। इस बार उन्होंने सरकार से सामाजिक कल्याण योजनाओं के लिए राज्य के बकाए के भुगतान की मांग रखी है। इसे लेकर उन्होंने बीते शुक्रवार को कोलकाता में धरना प्रदर्शन शुरू किया है। ममता बनर्जी ने अपनी पार्टी तृणमूल कांग्रेस के नेताओं के साथ ‘मैदान’ इलाके में बीआर. आंबेडकर की प्रतिमा के सामने अपना प्रदर्शन कर रहीं हैं। फिलहाल पश्चिम बंगाल की CM ममता बनर्जी धरना स्थल पर ही मौजूद हैं।

CM ममता खुद धरने पर 

दरअसल CM ममता ने दावा किया है कि केंद्र की BJP नीत सरकार के पास राज्य का हजारों करोड़ रुपये बकाया है। बीते शुक्रवार को उन्होंने आंबेडकर की प्रतिमा पर श्रद्धासुमन अर्पित करने के बाद धरना प्रदर्शन शुरू किया। इससे पहले TMC के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने पार्टी विधायकों, सांसदों, मंत्रियों और मनरेगा कार्यकर्ताओं के साथ नई दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन किया था। वहीं उन्होंने कोलकाता में भी राजभवन के बाहर पांच दिन तक धरना दिया था।

7,000 करोड़ रुपये आज भी बकाया

वहीं खुद CM ममता बनर्जी ने भी कहा था कि, “यदि केंद्र सरकार बीते 1 फरवरी तक राज्य का बकाया नहीं चुकाती है तो मैं 2 फरवरी से खुद कोलकाता में धरना दूंगी।” इसके साथ ही उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से धरने में शामिल होने का आग्रह किया था। दरअसल उनका दावा है कि, महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (MNREGA) और प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना (PMGAY) सहित केंद्र की कई योजनाओं के मद में राज्य का 7,000 करोड़ रुपये आज भी बकाया है।