अमरावती : आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी (Jagan Mohan Reddy) को एक के बाद एक झटके लग रहे हैं। चुनाव के पहले उनके कई सांसद उनका साथ छोड़ते नजर आ रहे हैं। नाराज लोकसभा सांसदों की सूची में शामिल नरसापुरम से लोकसभा सदस्य के. रघु रामकृष्ण राजू ने शनिवार को वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी के नेतृत्व वाली वाईएसआरसीपी से इस्तीफा (MP Raghu Ramakrishna Raju resign from YSRCP) दे दिया।
नरसापुरम से लोकसभा सदस्य के. रघु रामकृष्ण राजू ने शनिवार को वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी के नेतृत्व वाली वाईएसआरसीपी से इस्तीफा देते हुए कहा कि लगभग चार वर्ष से मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी से मतभेद रहे हैं, जिसके चलते यह फैसला लेना पड़ा है।
उन्होंने रेड्डी को तीखे शब्दों में लिखे त्यागपत्र में कहा कि समय आ गया है कि दोनों को खुद को ‘हमेशा के लिए अरुचिकर संबंध’ से मुक्त कर देना चाहिए।
राजू ने कहा, “मैं वाईएसआर कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सक्रिय सदस्यता से अपना इस्तीफा देता हूं और उम्मीद करता हूं कि आप (रेड्डी) इसे शीघ्र या अपनी सुविधानुसार स्वीकार करेंगे।”
राजू ने कहा कि उन्हें संसदीय सदस्यता से अयोग्य घोषित कराने के लिए जगन मोहन रेड्डी के द्वारा कई कथित प्रयास किए गए, लेकिन उनके सारे प्रयास विफल रहे। राजू से पहले मछलीपट्टनम से सांसद बालाशोवरी वल्लभनेनी, नरसरावपेटा से सांसद एल श्रीकृष्ण देव रायलु आंध्र प्रदेश में सत्तारूढ़ वाईएसआरसीपी छोड़ चुके हैं।
आंध्र प्रदेश में कुछ महीनों बाद लोकसभा और विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में पार्टी में सांसदों की नाराजगी पार्टी के लिए खतरे की घंटी है। बहन के कांग्रेस अध्यक्ष बनकर चुनाव प्रचार करने व कई खास सांसदों व विधायकों के पाला बदलने से जगन मोहन रेड्डी की सत्ता में वापसी राह आसान नहीं होगी।
–एजेंसी इनपुट के साथ