ओवैसी ने अशोक स्तंभ के अनावरण करने पर PM मोदी पर उठाए सवाल, भाजपा ने दिया करार जवाब

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    नई दिल्ली: एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा नए संसद भवन के ऊपर लगाई गई अशोक स्तंभ के अनावरण पर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि, “संविधान के अनुसार प्रधानमंत्री को इसका अधिकारी नहीं हैं, यह केवल लोकसभा अध्यक्ष ही कर सकते हैं। ओवैसी के सवाल पर भारतीय जनता पार्टी ने पलटवार किया है। आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने कहा कि, सरकार के प्रमुख होने के नाते यह उनका अधिकार है।” 

    क्या कहा था ओवैसी ने?

    हैदराबाद से सांसद ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से ट्वीट करते हुए लिखा, “संविधान संसद, सरकार और न्यायपालिका की शक्तियों को अलग करता है। सरकार के प्रमुख के रूप में प्रधानमंत्री नए संसद भवन के ऊपर राष्ट्रीय प्रतीक का अनावरण नहीं करना चाहिए था। लोकसभा का अध्यक्ष लोकसभा का प्रतिनिधित्व करता है जो सरकार के अधीनस्थ नहीं है। प्रधानमंत्री ने सभी संवैधानिक मानदंडों का उल्लंघन किया है।”

    ओवैसी के इस आरोप पर भाजपा आईटी सेल प्रमुख ने जवाब दिया है। बिना नाम लिए मालवीय ने लिखा ,”नए संसद भवन के ऊपर प्रतीक का अनावरण करना, सरकार के प्रमुख के रूप में, यह प्रधानमंत्री का विशेषाधिकार है। कांग्रेस ने सेंट्रल विस्टा का विरोध किया था। ऐसे समय में जब भारत की राजधानी को आकार देने वाले मजदूरों को पीएम ने इस प्रयास के केंद्र में रखा है, विपक्ष उन्हें कमजोर कर रहा है।”

    6,500 किलोग्राम वजनी अशोक स्तंभ

    सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नवनिर्मित संसद भवन के ऊपर विशाल अशोक स्तंभ का अनावरण किया। अधिकारियों ने बताया कि कांस्य का बना यह प्रतीक चिन्ह 9,500 किलोग्राम वजनी है और इसकी ऊंचाई 6.5 मीटर है। इसे नए संसद भवन के शीर्ष पर बनाया गया है। सहारा देने के लिए इसके आसपास करीब 6,500 किलोग्राम की, स्टील की एक संरचना का निर्माण किया गया है।