Parliament security breach case Home Ministry SIT under the chairmanship of Anish Dayal Singh

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नई दिल्ली: संसद में कार्यवाही के दौरान बुधवार को सुरक्षा में भारी चूक हुई है। जिसके बाद हाई सिक्योरिटी वाले संसद की सुरक्षा में चूक को लेकर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। इस पूरी घटना में छह लोग शामिल थे, इनमें से पांच लोगों को पकड़ लिया गया है और एक की तलाश जारी है। इस मामले को लेकर विपक्ष केंद्र सरकार हमलावर है। कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने राज्यसभा में सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि मामले में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह दोनों सदनों के भीतर बयान दें। इस मामले को लेकर गृह मंत्रालय ने एसआईटी का गठन किया है। 

अनीश दयाल सिंह के नेतृत्व में SIT गठन 

गृह मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि लोकसभा सचिवालय के अनुरोध पर गृह मंत्रालय ने संसद की सुरक्षा में हुई चूक की घटना की जांच सीआरपीएफ के महानिदेशक अनीश दयाल सिंह के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया है। 

सिफारिशों के साथ रिपोर्ट सौंपेगी समिति 

गृह मंत्रालय के अधिकारी ने कहा कि जांच समिति में अन्य सुरक्षा एजेंसियों के सदस्य और विशेषज्ञ शामिल रहेंगे, समिति सुरक्षा में सेंध के कारणों की जांच करेगी। उन्होंने कहा कि जांच समिति संसद की सुरक्षा में चूक के कारणों की पहचान करेगी, जल्द से जल्द सिफारिशों के साथ रिपोर्ट सौंपेगी। 

संसद की सुरक्षा में सेंध

संसद की सुरक्षा में सेंध लगाते हुए बुधवार (13 दिसंबर) को दर्शक दीर्घा में बैठे दो लोग सांसदों की बैठने वाली जगह में कूद गए और केन के जरिए धुआं फैला दिया। इसके अलावा संसद परिसर में दो अन्य लोगों ने प्रदर्शन करते हुए केन के माध्यम से धुआं करते हुए तानाशाही नहीं चलेगी का नारा लगाया।  सुरक्षा में चूक की यह घटना 2001 में संसद पर हुए आतंकी हमले की बरसी के दिन हुई। 

संसद के अंदर और बाहर बवाल मचाने वाले चारों आरोप‍ियों की पहचान नीलम (हर‍ियाणा), अमोल श‍िंदे (महाराष्ट्र), सागर शर्मा और मनोरंजन डी के रूप में की गई है। सागर और मनोरंजन डी कर्नाटक के रहने वाले हैं। पुलिस सूत्रों ने कहा कि सभी 6 संदिग्ध गुरुग्राम में ठहरे थे और एक-दूसरे को जानते हैं।