उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की मिमिक्री पर PM मोदी ने किया फोन, बोले- 20 सालों से सह रहा हूं इसी तरह का अपमान

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नई दिल्ली : संसद (Parliment) से निलंबित किए गए सांसदों के द्वारा उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ (Vice President Jagdeep Dhankhar) की मिमिक्री (Mimicry) किए जाने के मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने उपराष्ट्रपति को फोन करके इस घटना पर दुख जताया है और कहा है कि मैं भी इसी तरह का अपमान पिछले 20 सालों से सह रहा हूं। इस बात की जानकारी खुद उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने अपने सोशल मीडिया (Social Media) के अकाउंट पर दिया है और कहा है कि प्रधानमंत्री ने फोन करके इस घटना पर दुख जाहिर किया है।

संसद से निलंबित किए गए सांसदों के द्वारा उपराष्ट्रपति और राज्यसभा में सदन के सभापति जगदीप धनखड़ की मिमिक्री करके नकल करने के तृणमूल कांग्रेस के सांसद के मामले को अब राजनीतिक रंग भी देने की कोशिश की जा रही है। खुद प्रधानमंत्री में इस घटना पर उपराष्ट्रपति को फोन करके पूरे घटना की निंदा की है। इस बात की जानकारी देते हुए उपराष्ट्रपति ने बताया है कि घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें फोन किया और इस घटना पर दुख जताते हुए कहा कि वह खुद भी इस तरह का अपमान पिछले 20 वर्षों से झेलते आ रहे हैं।

 

ऐसे लिखी है अपनी बात

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने अपने एक्स के हैंडल पर लिखा है, ”प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का टेलीफोन आया। उन्होंने कुछ सांसदों की कल संसद परिसर में घृणित नौटंकी पर बहुत दुख व्यक्त किया। उन्होंने मुझे बताया कि वह पिछले बीस वर्षों से इस तरह के अपमान सहते आ रहे हैं, लेकिन यह तथ्य कि भारत के उपराष्ट्रपति जैसे संवैधानिक पद के साथ और वह भी संसद में, ऐसा हो सकता है, दुर्भाग्यपूर्ण है। मैंने उनसे कहा- प्रधानमंत्री, कुछ लोगों की हरकतें मुझे रोक नहीं पाएंगी। मैं अपना कर्तव्य निभा रहा हूं और हमारे संविधान में निहित सिद्धांतों को कायम रख रहा हूं। मैं अपने दिल की गहराई से उन मूल्यों के लिए प्रतिबद्ध हूं। कोई भी अपमान मेरा रास्ता नहीं बदल सकता।”

ये है पूरा मामला

संसद में सुरक्षा चूक के मामले पर विरोधी दल के सांसदों की मांग पर संसद के परिसर में प्रदर्शन करते हुए तृणमूल कांग्रेस के सांसद कल्याण बनर्जी ने राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ की नकल उतारते हुए मिमिक्री की थी, जिसका वीडियो वायरल होते हैं उपराष्ट्रपति नाराज हो गए थे। उपराष्ट्रपति ने खुद इस घटना को शर्मनाक बताते हुए कहा कि एक सांसद मजाक उड़ा रहा था और दूसरा सांसद उस घटना का वीडियो बना रहा है। यह काफी आपत्तिजनक और अस्वीकार्य घटना है।     

इस पूरे मामले पर आपत्ति जताते हुए सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा था कि यह एक किसान और एक समुदाय का अपमान नहीं, बल्कि राज्यसभा के सभापति के पद का निराधार है। यह एक ऐसी राजनीतिक पार्टी के सदस्य द्वारा किया जा रहा है, जो लंबे समय तक देश पर शासन किया है। संसद का एक वरिष्ठ सदस्य उसे रोकने के बजाय वीडियोग्राफी कर रहा है।